मेरठ में 'हीट इंडेक्स' का तांडव: 49°C की तपिश में झुलस रहा शहर, जून में भी नहीं मिलेगी राहत!
गर्मी और उमस ने किया बेहाल, बाजार सूने, बस अड्डों पर त्राहिमाम; हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ा
Updated: May 30, 2025, 20:40 IST
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मेरठ इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है, जहाँ तापमान और आर्द्रता का घातक मेल 'हीट इंडेक्स' को खतरनाक स्तर पर ले जा रहा है। गुरुवार को यह सूचकांक 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जिससे तेज धूप और उमस ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। बाजारों में ग्राहकों की भीड़ कम हो गई है, और सार्वजनिक परिवहन के स्थानों पर यात्री प्यास से बेहाल दिख रहे हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जून की शुरुआत में भी शुष्क और गर्म मौसम का प्रकोप जारी रहेगा, जिससे आने वाले दिनों में राहत की कोई उम्मीद नहीं है।READ ALSO:-बिजनौर में 2 करोड़ की ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़: रिटायर्ड नौसेना अधिकारी से ठगे थे शेयर के नाम पर रुपये, 6 ठग गिरफ्तार!
उमस भरी गर्मी और हीट स्ट्रोक का खतरा
हाल ही में हुई बरसात से गर्मी में जो थोड़ी राहत मिली थी, वह अब पूरी तरह खत्म हो गई है। वातावरण में भीषण उमस है, जो स्वास्थ्य के लिए नई चुनौतियां पैदा कर रही है। गुरुवार को सुबह से ही तेज धूप निकली हुई थी और हवाएँ पूरी तरह शांत थीं। आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 74 और न्यूनतम प्रतिशत 53 रहा। अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, लेकिन हीट इंडेक्स के 49 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने से गर्मी असहनीय हो गई। ऐसी स्थिति में धूप में ज्यादा देर तक रहने और शारीरिक श्रम करने से हीट स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ जाता है।
शहर में सन्नाटा, यात्रियों की बढ़ी मुश्किल
गर्मी का आलम यह रहा कि जाम में फंसे लोग और रेड लाइट पर खड़े वाहन चालक पसीने से तरबतर होते नजर आए। भैंसाली और सोहराब गेट बस अड्डों पर बसों में बैठे यात्री पानी के लिए तरसते और प्यास से व्याकुल दिख रहे थे। दोपहर के समय शहर के प्रमुख बाजारों जैसे सदर बाजार, बेगमपुल, आबू लेन और सेंट्रल मार्केट में ग्राहकों की भारी कमी देखी गई, जिससे व्यापार भी प्रभावित हुआ।
बंगाल की खाड़ी की नमी बढ़ा रही उमस, जून में भी 'आग' बरसेगी
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के मौसम विभाग कार्यालय के विज्ञानी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि मई में इस बार कई बार हीट इंडेक्स खतरे के बिंदु को पार कर गया है। इस समय एनसीआर और मेरठ में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी का प्रभाव है, जो ऐसी स्थिति पैदा कर रहा है जैसी आमतौर पर मानसून सीजन में बढ़ी हुई आर्द्रता के साथ आती है। गुरुवार को शाम ढलने के बाद भी हवाएँ थमी हुई थीं और गर्मी जोरों पर थी।
अशोक कुमार गुप्ता ने यह भी बताया कि जून का आरंभ शुष्क और गर्म मौसम से होगा, जिसका अर्थ है कि आने वाले दिनों में भी लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। चिकित्सकों ने भी लोगों को पर्याप्त पानी पीने, हल्के कपड़े पहनने और अनावश्यक रूप से धूप में निकलने से बचने की सलाह दी है। क्या मेरठवासी इस गर्मी से कब तक जूझते रहेंगे?
