मेरठ में दिल दहला देने वाली घटना: छेड़छाड़ से तंग किशोरी ने लगाई फांसी, परिवार को मिल रही थीं जान से मारने की धमकियां
मेरठ में शर्मनाक घटना: छेड़छाड़ से परेशान किशोरी ने की आत्महत्या, मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे आरोपी
Updated: Jun 18, 2025, 11:57 IST
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मेरठ: न्याय की गुहार लगाते एक परिवार पर कहर टूट पड़ा। लिसाड़ी गेट क्षेत्र में छेड़छाड़ और लगातार मिल रही जान से मारने की धमकियों से परेशान एक किशोरी ने मंगलवार, 17 जून को अपने घर में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। इस हृदय विदारक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।READ ALSO:-दिल दहला देने वाला हादसा: बुलंदशहर में कार जलने से एक ही परिवार के 5 सदस्यों की दर्दनाक मौत
अपहरण और बंधक बनाने का खौफनाक अतीत
यह त्रासद कहानी लगभग एक महीने पहले 5 मई को शुरू हुई थी। किशोरी के परिवार के अनुसार, आरोपी ने उनकी बेटी को उसकी मां के एक्सीडेंट का झूठा बहाना बनाकर घर से बुलाया। मासूम किशोरी जब अपनी छोटी बहन के साथ बिजली बंबा चौराहे पर पहुंची, तो आरोपी ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर दोनों को जबरन एक ऑटो में खींच लिया। उन्हें अगवा कर एक सुनसान गोदाम में बंधक बना लिया गया था।
धमकियों का अंतहीन सिलसिला और न्याय की धीमी रफ्तार
इस जघन्य वारदात के बाद पीड़िता के परिवार ने हिम्मत जुटाकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन, उनके संघर्ष की शुरुआत यहीं से हुई। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही आरोपी लगातार परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे थे, दबाव बना रहे थे कि वे अपना केस वापस ले लें। मंगलवार, यानी आत्महत्या वाले दिन भी, आरोपियों ने किशोरी के पिता को जान से मारने की धमकी दी थी।
इन लगातार मिल रही धमकियों और न्याय की धीमी प्रक्रिया से किशोरी गहरे डिप्रेशन में चली गई थी। वह मानसिक रूप से इतनी टूट गई थी कि आखिरकार उसने मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा।
मेहनतकश परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
मृतक किशोरी का परिवार बेहद साधारण है, जो कपड़े की सिलाई का काम करके अपना जीवन यापन करता है। पिता मार्केट से कपड़े लाते हैं और मां व बेटियां घर पर सिलाई का काम करती हैं। इस परिवार में अब माता-पिता के अलावा केवल दो बेटियां बची हैं। इस घटना ने उनके जीवन में अंधेरा भर दिया है और भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
पुलिस ने किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुटी है। देखना होगा कि क्या इस बार पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाता है और आरोपियों को उनके किए की सजा मिलती है। यह घटना समाज में लड़कियों की सुरक्षा और अपराधियों के बेखौफ होते हौसलों पर गंभीर सवाल उठाती है।
