मेरठ में सोने की लूट: 34 लाख के सोने के साथ बंगाल के कारीगर चंपत, सराफा बाजार में मचा हड़कंप
दिल्ली गेट में तीन सराफा कारोबारियों को लगाया चूना, 355 ग्राम सोना लेकर हुए फरार; पुलिस जांच में जुटी, व्यापारियों में दहशत
May 4, 2025, 15:21 IST
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मेरठ: मेरठ के सराफा बाजार में विश्वास का धागा टूट गया है। दिल्ली गेट थाना क्षेत्र में आभूषण बनाने का काम करने वाले पश्चिम बंगाल निवासी तीन कारीगरों पर तीन सराफा कारोबारियों का लाखों रुपये का सोना लेकर फरार होने का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि ये कारीगर करीब 34 लाख रुपये कीमत का 355 ग्राम सोना लेकर अचानक गायब हो गए हैं, जिससे पूरे सराफा बाजार में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने पीड़ित व्यापारियों की तहरीर पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।READ ALSO:-मेरठ: दुष्कर्म का आरोपी बना प्रेमी, पीड़िता ने कहा- पिता-भाई ने जबरन दर्ज कराया था झूठा मुकदमा, पुलिस जांच में जुटी
यह घटना दिल्ली गेट क्षेत्र की तेजाब मार्केट स्थित नील की गली और मुसद्दीलाल मार्केट में हुई है। नील की गली में दलीप सिंह लोधी और संजीव सिंह लोधी की ज्वेलरी की दुकान है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रहने वाले कारीगरों - पबीर मंडल, संदीप पांजा और समीर मंडल - को बीते 26 अप्रैल को लगभग 250 ग्राम सोना अलग-अलग गहने तैयार करने के लिए सौंपा था। कारीगरों ने यह आभूषण 6 मई तक बनाकर लौटाने का वादा किया था।
इसी तरह, मुसद्दीलाल मार्केट में सराफा कारोबारी तपन मन्ना ने भी इन्हीं तीनों कारीगरों को 18 अप्रैल को लगभग 110 ग्राम सोना आभूषण बनाने के लिए दिया था, जिसे उन्हें 7 मई तक वापस मिलना था।
शनिवार की सुबह, जब सराफा कारोबारी दिलीप सिंह लोधी अपने गहनों का हिसाब लेने कारीगरों की दुकान पर पहुंचे, तो उन्हें दुकान बंद मिली। उन्होंने कारीगरों के मोबाइल नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सभी नंबर स्विच ऑफ थे। संदेह होने पर, दिलीप सिंह कारीगरों के स्थानीय आवास पर गए, तो वहां भी ताला लटका हुआ था। इसी दौरान, तपन मन्ना को भी कारीगरों के फरार होने की जानकारी मिली। उन्हें आभास हो गया कि कारीगर उनका सोना लेकर भाग गए हैं।
सोना लेकर कारीगरों के फरार होने की पुष्टि होने के बाद, शनिवार शाम को तीनों पीड़ित सराफा कारोबारी दिल्ली गेट थाने पहुंचे और तीनों आरोपी कारीगरों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पीड़ितों की तहरीर के आधार पर तत्काल सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने मीडिया को बताया कि पुलिस टीम बनाकर फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है और उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
मेरठ में कारीगरों के सोना लेकर भागने का लंबा सिलसिला
यह घटना मेरठ के सराफा कारोबारियों के लिए कोई नई बात नहीं है, बल्कि बीते कुछ समय से यह एक गंभीर और चिंताजनक समस्या बनी हुई है। पिछले वर्ष (2024) में कारीगरों द्वारा सोना लेकर भागने की घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई थी, जिसने पूरे शहर के सराफा बाजार में असुरक्षा और दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। इन घटनाओं में अक्सर आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले होते थे। पुलिस ने उस दौरान कुछ मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन कई अभी भी कानून की गिरफ्त से बाहर हैं। इन लगातार बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, पुलिस ने पिछले साल एक विशेष अभियान चलाकर सराफा बाजार में काम करने वाले बाहरी कारीगरों के सत्यापन (पुलिस वेरिफिकेशन) का कार्य शुरू किया था। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, इस अभियान के बावजूद बड़ी संख्या में कारीगरों का सत्यापन पूरा नहीं हो पाया था।
बीते एक साल में सामने आए सोने की ठगी के प्रमुख मामले:
मेरठ में बीते लगभग एक साल में कारीगरों द्वारा लाखों रुपये का सोना लेकर फरार होने के कुछ बड़े मामले इस प्रकार हैं, जो इस समस्या की भयावहता को उजागर करते हैं:
मेरठ में बीते लगभग एक साल में कारीगरों द्वारा लाखों रुपये का सोना लेकर फरार होने के कुछ बड़े मामले इस प्रकार हैं, जो इस समस्या की भयावहता को उजागर करते हैं:
सराफा बाजार में पुराना पैटर्न – लेकिन सुरक्षा इंतजाम ढीले
यह घटना कोई नई नहीं है। पिछले एक वर्ष में मेरठ के विभिन्न इलाकों से कई कारीगर सोना लेकर फरार हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश का संबंध पश्चिम बंगाल से रहा है। इन मामलों के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए पुलिस ने बीते वर्ष एक सत्यापन अभियान भी चलाया था, लेकिन वह आधा-अधूरा साबित हुआ।
यह घटना कोई नई नहीं है। पिछले एक वर्ष में मेरठ के विभिन्न इलाकों से कई कारीगर सोना लेकर फरार हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश का संबंध पश्चिम बंगाल से रहा है। इन मामलों के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए पुलिस ने बीते वर्ष एक सत्यापन अभियान भी चलाया था, लेकिन वह आधा-अधूरा साबित हुआ।
पिछले प्रमुख मामले:
🟠 22 फरवरी 2025: बादशाह मुल्ला का 175 ग्राम सोना लेकर कारीगर दीपक फरार।
🟠 31 जनवरी 2025: कृष्पेंदु भुक्ता का 100 ग्राम सोना उड़ाया गया।
🟠 9 सितंबर 2024: हैदर अली का पार्टनर उत्तम कुंडलिक करीब ₹2 करोड़ का सोना लेकर भागा।
🟠 20 अगस्त 2024: सतीश का 245.81 ग्राम सोना लेकर कारीगर फरार।
🟠 9 जून 2024: संदीप शिंदे का ₹11 लाख मूल्य का सोना उड़ाया गया।
🟠 22 फरवरी 2025: बादशाह मुल्ला का 175 ग्राम सोना लेकर कारीगर दीपक फरार।
🟠 31 जनवरी 2025: कृष्पेंदु भुक्ता का 100 ग्राम सोना उड़ाया गया।
🟠 9 सितंबर 2024: हैदर अली का पार्टनर उत्तम कुंडलिक करीब ₹2 करोड़ का सोना लेकर भागा।
🟠 20 अगस्त 2024: सतीश का 245.81 ग्राम सोना लेकर कारीगर फरार।
🟠 9 जून 2024: संदीप शिंदे का ₹11 लाख मूल्य का सोना उड़ाया गया।
📢 सराफा व्यापारियों की चिंता:
व्यापारियों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता की वजह से अब उन्हें हर नए कारीगर पर संदेह रहता है। सत्यापन की प्रक्रिया को मजबूती से लागू करने की आवश्यकता बताई गई है।
व्यापारियों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता की वजह से अब उन्हें हर नए कारीगर पर संदेह रहता है। सत्यापन की प्रक्रिया को मजबूती से लागू करने की आवश्यकता बताई गई है।
कुछ व्यापारियों ने सुझाव दिया है कि—
✔️ कारीगरों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य किया जाए।
✔️ आधार व पते की पुष्टि के बिना सोना न सौंपा जाए।
✔️ जमानत या स्थानीय गारंटी की व्यवस्था अनिवार्य की जाए।
✔️ कारीगरों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य किया जाए।
✔️ आधार व पते की पुष्टि के बिना सोना न सौंपा जाए।
✔️ जमानत या स्थानीय गारंटी की व्यवस्था अनिवार्य की जाए।
दिल्ली गेट क्षेत्र से हुई यह ताजा घटना मेरठ के सराफा कारोबारियों की सुरक्षा और विश्वास पर एक बड़ा झटका है। जहां पुलिस फरार कारीगरों की तलाश में दिन-रात एक कर रही है, वहीं व्यापारी संगठनों ने प्रशासन से कारीगरों के सत्यापन प्रक्रिया को और अधिक सख्त बनाने और इस तरह के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
