मेरठ में 'खेल' बना जानलेवा: फौजी के बेटे की लापरवाही, 10वीं के छात्र को लगी गोली!
🧒 मेरठ में 10वीं के छात्र की जांघ में लगी गोली, फौजी के बेटे के हाथ से चल गई ट्रिगर – सवालों के घेरे में बच्चों की सुरक्षा
Updated: May 24, 2025, 09:29 IST
|

मेरठ में शुक्रवार को एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जहां 'खेल-खेल' में एक फौजी के बेटे से गोली चल गई, जिससे 10वीं कक्षा का एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना सैनिक विहार कॉलोनी में हुई, जब तीन किशोर एक तमंचे में कारतूस डालकर देख रहे थे। लापरवाही के चलते चली गोली सीधे दूसरे छात्र की जांघ में जा लगी, जिससे उसकी हालत नाजुक बनी हुई है और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
तमंचे में कारतूस डालना पड़ा महंगा: 'देखने' के दौरान दबा ट्रिगर
जानकारी के अनुसार, सैनिक विहार कॉलोनी में शुक्रवार को दोपहर बाद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। कंकरखेड़ा की यूरोपियन एस्टेट कॉलोनी के रहने वाले गुड़ व्यापारी विकास कुमार का बेटा अपने दो दोस्तों से मिलने सैनिक विहार कॉलोनी गया था। इनमें से एक दोस्त के पिता फौज में कार्यरत हैं। विकास कुमार ने बताया कि उनके बेटे और फौजी के दोनों बेटे दसवीं कक्षा में पढ़ते हैं और साथ ही ट्यूशन भी जाते हैं।
शुक्रवार को उनका बेटा ट्यूशन से शाम करीब 6 बजे घर लौटा था, लेकिन कुछ देर बाद अपनी मां से खेलने जाने की बात कहकर फिर निकल गया। शाम लगभग पौने सात बजे परिवार को सूचना मिली कि उनके बेटे की जांघ में गोली लग गई है। आनन-फानन में परिजन सैनिक विहार पहुंचे, जहां उन्होंने अपने बेटे को खून से लथपथ पाया। घायल छात्र ने बताया कि जिस दोस्त से गोली चली, उसके हाथ में भी छर्रे लगे हैं और वह भी मामूली रूप से जख्मी हुआ है।
दोस्तों के बीच 'तमंचा प्रेम' बना त्रासदी का कारण!
पुलिस जांच में सामने आया है कि तीनों छात्र आपस में गहरे दोस्त हैं। सीओ प्रकाश चंद ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि फौजी के एक बेटे ने व्यापारी के बेटे को तमंचा दिखाने के लिए अपने दूसरे फौजी दोस्त के घर बुलाया था। ड्राइंग रूम में जब वे तमंचे में कारतूस डालकर देख रहे थे, तभी अचानक गोली चल गई। तीनों ही छात्रों की उम्र लगभग 14 वर्ष बताई जा रही है। फिलहाल इस मामले में कोई तहरीर दर्ज नहीं कराई गई है।
पुलिस की पैनी नज़र: तमंचा कहां से आया?
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने इस गंभीर घटना पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सीओ दौराला को पूरे मामले की गहन जांच करने और उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। पुलिस इस बात का भी पता लगाने में जुटी है कि वह तमंचा छात्रों के पास कहां से आया। यह एक बड़ा सवाल है कि नाबालिग बच्चों के हाथ में हथियार कैसे पहुंचा।
फिलहाल घायल छात्र का आनंद अस्पताल में इलाज चल रहा है और पुलिस के अनुसार, वह खतरे से बाहर है। हालांकि, इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा और अभिभावकों की जिम्मेदारी को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। 'खेल-खेल' में हुई यह लापरवाही एक परिवार के लिए गहरा सदमा लेकर आई है और समाज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। पुलिस की जांच के बाद ही इस घटना की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
