किसानों का आक्रोश फूटा: राकेश टिकैत के अपमान पर भड़के किसान, मुजफ्फरनगर महापंचायत से ललकार की तैयारी!
मेरठ से मुजफ्फरनगर तक लहराया किसानों का परचम, अनुराग चौधरी के नेतृत्व में शिवाय टोल प्लाजा से महापंचायत की ओर कूच
May 3, 2025, 15:41 IST
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मेरठ: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रमुख नेता राकेश टिकैत के साथ मुजफ्फरनगर में हुई अशोभनीय घटना ने किसानों की भावनाओं को गहरा आघात पहुँचाया है। एक कार्यक्रम के दौरान राकेश टिकैत के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की किए जाने और उनकी पगड़ी उतारे जाने की घटना को किसानों ने अपने मान-सम्मान पर सीधा हमला माना है, जिसके व्यापक विरोध के स्वर अब मुखर होने लगे हैं। इस गंभीर मामले पर विचार-विमर्श और आगामी रणनीति तय करने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने मुजफ्फरनगर के ऐतिहासिक जी.आई.सी. ग्राउंड में एक विशाल महापंचायत का आवाहन किया है।READ ALSO:-UP में परिवहन विभाग अब आपकी जेब में! बस WhatsApp पर 'Hi' भेजो और चुटकियों में पाओ ये सेवाएं
घटना के सामने आते ही, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों में भारी आक्रोश फैल गया। इसी गुस्से का इजहार करने के लिए मेरठ जिले में भाकियू के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में किसान सिवाय टोल प्लाजा पर एकजुट हुए। टोल प्लाजा पर किसानों के हुजूम ने घटना के विरोध में जोरदार नारेबाजी की और राकेश टिकैत के समर्थन में आवाज बुलंद की।Read also:-मेरठ: सरधना में गंगनहर पुल पर अब 24 घंटे 'आँख-कान' रखेगी पुलिस, पहली हाईटेक चौकी का SSP ने किया उद्घाटन
जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर में जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। उन्होंने इसे किसानों की एकजुटता को तोड़ने और उनके स्वाभिमान को ठेस पहुँचाने की साजिश करार दिया। चौधरी ने कहा कि इस घटना से पूरे देश के किसानों में नाराजगी है और मेरठ के किसान मुजफ्फरनगर महापंचायत में शामिल होकर यह दिखा देंगे कि किसान झुकने वाला नहीं है।
सिवाय टोल प्लाजा से किसानों का एक विशाल काफिला, जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर और अन्य वाहन शामिल थे, मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हुआ। इस मार्च का उद्देश्य मुजफ्फरनगर की महापंचायत में शामिल होकर राकेश टिकैत के प्रति एकजुटता व्यक्त करना और भविष्य की रणनीति के निर्धारण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना है। भाकियू नेताओं के अनुसार, महापंचायत के बाद होने वाली कार्यकारिणी बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे कि इस घटना के बाद किसानों का अगला कदम क्या होगा।
तनावपूर्ण माहौल के बीच, जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं और किसानों से शांति और अनुशासन बनाए रखने की मार्मिक अपील की है। उन्होंने कहा कि उनका विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा और किसी भी तरह की हिंसा या उपद्रव से सख्ती से बचा जाएगा। किसान नेता ने स्पष्ट किया कि वे संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखेंगे और सरकार तथा प्रशासन से इस घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।
राकेश टिकैत के साथ हुई यह घटना ऐसे समय में हुई है जब किसान विभिन्न मुद्दों को लेकर पहले से ही आंदोलित रहे हैं। इस नई घटना ने किसानों के आक्रोश को और बढ़ा दिया है और मुजफ्फरनगर की महापंचायत को अत्यंत महत्वपूर्ण बना दिया है। पूरे क्षेत्र और देश की निगाहें इस महापंचायत पर टिकी हैं कि यहाँ से किसानों के आंदोलन की क्या नई दिशा निकलती है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मुजफ्फरनगर और आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।