मेरठ में भूचाल! पूर्व MLC और भाजपा नेत्री डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के मेडिकल कॉलेज पर CBI का शिकंजा, बेगमबाग आवास पर भी छापा
पूर्व सपा एमएलसी और मौजूदा भाजपा नेत्री के ठिकानों पर केंद्रीय जांच एजेंसी की दबिश, स्टाफ और परिवार ने बनाई मीडिया से दूरी
Updated: Jul 2, 2025, 06:50 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ के सियासी और चिकित्सा जगत में बुधवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने भाजपा नेत्री और पूर्व MLC डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के खरखौदा स्थित एनसीआर मेडिकल कॉलेज पर धावा बोल दिया। इसी के साथ, सीबीआई टीम ने उनके बेगमबाग स्थित आवास पर भी ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह बड़ी कार्रवाई डॉ. सरोजिनी और उनके परिवार से जुड़े विभिन्न मामलों की गहन जांच का हिस्सा मानी जा रही है।READ ALSO:-अब हर नई बाइक-स्कूटर में एंटी-लॉक ब्रैकिंग सिस्टम अनिवार्य, अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी नहीं फिसलती, सुरक्षा बढ़ी पर कीमतें भी ₹10,000 तक बढ़ेंगी
CBI की गोपनीय रेड: घंटों चला दस्तावेज खंगालने का अभियान, परिवार मौन
सीबीआई की टीम, जिसमें एक महिला अधिकारी सहित कुल छह सदस्य शामिल थे, मंगलवार देर रात करीब 8 बजे डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के आवास पर पहुंची। ऑपरेशन को इतनी गोपनीयता से अंजाम दिया गया कि अस्पताल स्टाफ और चौकीदारों तक को इसकी भनक नहीं लगने दी गई। टीम एक सफेद अर्टिगा कार से आई थी, जिसे अस्पताल के पास बने फ्लैटों की पार्किंग में छिपाकर खड़ा किया गया। लगभग चार घंटे तक चली इस छापेमारी में, टीम ने घर और कॉलेज के महत्वपूर्ण दस्तावेज खंगाले और उन्हें अपने कब्जे में लिया।
सीबीआई की टीम, जिसमें एक महिला अधिकारी सहित कुल छह सदस्य शामिल थे, मंगलवार देर रात करीब 8 बजे डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के आवास पर पहुंची। ऑपरेशन को इतनी गोपनीयता से अंजाम दिया गया कि अस्पताल स्टाफ और चौकीदारों तक को इसकी भनक नहीं लगने दी गई। टीम एक सफेद अर्टिगा कार से आई थी, जिसे अस्पताल के पास बने फ्लैटों की पार्किंग में छिपाकर खड़ा किया गया। लगभग चार घंटे तक चली इस छापेमारी में, टीम ने घर और कॉलेज के महत्वपूर्ण दस्तावेज खंगाले और उन्हें अपने कब्जे में लिया।
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने दी सफाई: CBI रेड 'लापता फाइल' और 'एनएमसी अधिकारी की गिरफ्तारी' से जुड़ी
मेरठ, उत्तर प्रदेश: भाजपा नेत्री और पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने मंगलवार को खरखौदा स्थित उनके एनसीआर मेडिकल कॉलेज और बेगमबाग स्थित आवास पर हुई सीबीआई की छापेमारी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस कार्रवाई को एक पुरानी, लापता मेडिकल कॉलेज फाइल और केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा पकड़े गए एनएमसी (राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग) के एक अधिकारी से जोड़ा है।
मेरठ, उत्तर प्रदेश: भाजपा नेत्री और पूर्व एमएलसी डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने मंगलवार को खरखौदा स्थित उनके एनसीआर मेडिकल कॉलेज और बेगमबाग स्थित आवास पर हुई सीबीआई की छापेमारी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस कार्रवाई को एक पुरानी, लापता मेडिकल कॉलेज फाइल और केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा पकड़े गए एनएमसी (राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग) के एक अधिकारी से जोड़ा है।
एनएमसी अधिकारी के फोन से मिला सुराग: सरोजिनी अग्रवाल
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के अनुसार, "कई साल पहले हमारे मेडिकल कॉलेज की एक फाइल मिल नहीं रही थी।" उन्होंने बताया कि इस लापता फाइल के संबंध में उनके मेडिकल कॉलेज के एक कर्मचारी की एनएमसी के एक अधिकारी से बात हुई थी, और उसके बाद भी दोनों के बीच संपर्क बना हुआ था। डॉ. अग्रवाल ने दावा किया कि एनएमसी के उसी अधिकारी को सीबीआई ने किसी अन्य मामले में गिरफ्तार किया है।
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल के अनुसार, "कई साल पहले हमारे मेडिकल कॉलेज की एक फाइल मिल नहीं रही थी।" उन्होंने बताया कि इस लापता फाइल के संबंध में उनके मेडिकल कॉलेज के एक कर्मचारी की एनएमसी के एक अधिकारी से बात हुई थी, और उसके बाद भी दोनों के बीच संपर्क बना हुआ था। डॉ. अग्रवाल ने दावा किया कि एनएमसी के उसी अधिकारी को सीबीआई ने किसी अन्य मामले में गिरफ्तार किया है।
उनके मुताबिक, "एनएमसी के उस अधिकारी के फोन से हमारे मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी का नंबर मिला, जिसके आधार पर छानबीन करने के लिए एनएमसी और सीबीआई के अधिकारी आए थे।" डॉ. अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि यह छापेमारी किसी नए मामले से नहीं, बल्कि इसी पुराने संपर्क और अधिकारी की गिरफ्तारी से जुड़ी है।
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सोमवार को भी हुई थी जांच, सब कुछ सही पाया गया
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने आगे बताया कि सीबीआई की छापेमारी से ठीक पहले, सोमवार को एनसीआर मेडिकल कॉलेज की एनएमसी की टीम ने जांच की थी। उन्होंने कहा, "जांच में सब सही पाया गया है।" यह बयान इस ओर इशारा करता है कि उनके कॉलेज में हालिया निरीक्षण में कोई बड़ी अनियमितता नहीं पाई गई थी।
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने आगे बताया कि सीबीआई की छापेमारी से ठीक पहले, सोमवार को एनसीआर मेडिकल कॉलेज की एनएमसी की टीम ने जांच की थी। उन्होंने कहा, "जांच में सब सही पाया गया है।" यह बयान इस ओर इशारा करता है कि उनके कॉलेज में हालिया निरीक्षण में कोई बड़ी अनियमितता नहीं पाई गई थी।
डॉ. सरोजिनी अग्रवाल का यह स्पष्टीकरण सीबीआई की कार्रवाई के बाद से चल रही अटकलों पर विराम लगाने का प्रयास है। अब यह देखना होगा कि सीबीआई इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है और क्या डॉ. अग्रवाल के दावों की पुष्टि होती है।

वर्तमान में डॉ. सरोजिनी भाजपा में सक्रिय हैं। उनकी बेटी डॉ. हिमानी महिला आयोग की सदस्य हैं, और उनके पति डॉ. ओमप्रकाश अग्रवाल मेरठ कॉलेज में मैनेजमेंट कमेटी के प्रेसिडेंट हैं। इस प्रभावशाली परिवार के मेरठ और नोएडा में इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और स्कूल सहित कई शैक्षणिक संस्थान हैं। उनके सपा शासन के दौरान के कद्दावर मंत्री आजम खान से भी गहरे संबंध बताए जाते हैं।
CBI की इस बड़ी छापेमारी से डॉ. सरोजिनी अग्रवाल और उनके परिवार से जुड़े इन पुराने आरोपों के साथ-साथ नए वित्तीय अनियमितताओं की भी परतें खुलने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह जांच क्या मोड़ लेती है।
