दिल्ली-मेरठ नमो भारत: आखरी स्टेशन मोदीपुरम तक ट्रायल शुरू, जून से 55 मिनट में करें मेरठ से दिल्ली का सफर
दिल्ली-मेरठ के बीच रफ्तार की नई परिभाषा गढ़ने जा रही नमो भारत ट्रेन अब अपने आखिरी पड़ाव मोदीपुरम स्टेशन तक पहुंच गई है। गुरुवार को इस हाइस्पीड ट्रेन का शताब्दी नगर से मोदीपुरम तक सफल ट्रायल रन किया गया। यह रूट अब पूरी तरह ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार माना जा रहा है।
May 2, 2025, 00:00 IST
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मेरठ: दिल्ली और मेरठ के बीच तेज रफ्तार सफर का सपना अब हकीकत के बेहद करीब आ गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) की महत्वाकांक्षी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) परियोजना के तहत 'नमो भारत' ट्रेन ने कॉरिडोर के आखिरी स्टेशन मोदीपुरम तक सफलतापूर्वक परिचालन किया है। इसके साथ ही, शताब्दीनगर से मोदीपुरम तक के अंतिम सेक्शन पर ट्रायल रन भी शुरू हो गया है। इस महत्वपूर्ण प्रगति का मतलब है कि जून महीने से लोग मोदीपुरम से दिल्ली तक का लंबा सफर सिर्फ 55 मिनट में पूरा कर सकेंगे।READ ALSO:-बिजनौर: मेरठ-पौड़ी हाईवे पर 'अंडरपास दो या वोट लो' का नारा, 13 दिन से जारी महाधरना
आखरी स्टेशन मोदीपुरम तक पहुंचा ट्रायल
गुरुवार को नमो भारत ट्रेन के ट्रायल रन को शताब्दीनगर स्टेशन से आगे बढ़ाया गया। यह ट्रेन बेगमपुल होते हुए सीधे कॉरिडोर के अंतिम स्टेशन मोदीपुरम तक पहुंची। इस ट्रायल रन के दौरान ट्रेन ने अपनी रफ्तार की क्षमता दिखाते हुए 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति हासिल की, जो परियोजना की उच्च गति क्षमता को दर्शाता है। इससे पहले, नमो भारत का ट्रायल रन दिल्ली में न्यू अशोक नगर से सराय काले खां और मेरठ क्षेत्र में मेरठ साउथ से शताब्दीनगर के बीच सफलतापूर्वक किया जा चुका है। अब आखिरी सेक्शन के ट्रायल के साथ, पूरा कॉरिडोर परिचालन के लिए तैयार हो रहा है।
@khabreelal_news दिल्ली-मेरठ के बीच रफ्तार की नई परिभाषा गढ़ने जा रही नमो भारत ट्रेन अब अपने आखिरी पड़ाव मोदीपुरम स्टेशन तक पहुंच गई। गुरुवार को हाइस्पीड ट्रेन का शताब्दी नगर से मोदीपुरम तक सफल ट्रायल रन किया गया। यह रूट अब पूरी तरह ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार माना जा रहा है। pic.twitter.com/Rmv61vBuZl
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) May 1, 2025
मेरठ शहर में कॉरिडोर और स्टेशन
मेरठ शहर के भीतर, यह कॉरिडोर अंडरग्राउंड और एलिवेटेड दोनों हिस्सों में फैला हुआ है। मेरठ सेंट्रल स्टेशन (फुटबॉल चौक के पास) अंडरग्राउंड सेक्शन का पहला स्टेशन है, हालांकि यहां केवल मेरठ मेट्रो का स्टॉप होगा। भैंसाली और बेगमपुल भी अंडरग्राउंड स्टेशन हैं, जिनमें से बेगमपुल एक प्रमुख जंक्शन बनेगा जहां नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों ट्रेनों की सेवाएं उपलब्ध होंगी। मेरठ सेंट्रल और भैंसाली विशुद्ध रूप से मेट्रो स्टेशन रहेंगे।
बेगमपुल के पास टैंक चौराहे से यह कॉरिडोर एलिवेटेड हो जाता है, जहां एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ और मोदीपुरम स्टेशन बनाए गए हैं। मोदीपुरम इस कॉरिडोर का अंतिम स्टेशन है और यहां नमो भारत ट्रेन रुकेगी। जबकि एमईएस कॉलोनी, डौरली और मेरठ नॉर्थ स्टेशन विशेष रूप से मेरठ मेट्रो के लिए निर्धारित हैं।
मेरठ मेट्रो भी होगी शुरू
मेरठ मेट्रो परियोजना, जो RRTS कॉरिडोर का ही एक हिस्सा है, शहर के भीतर आवागमन को सुगम बनाएगी। इस 23 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 18 किमी एलिवेटेड और 5 किमी अंडरग्राउंड हिस्सा शामिल है। कुल 13 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 3 अंडरग्राउंड हैं। मेरठ सेंट्रल तक मेरठ मेट्रो का ट्रायल रन भी लगातार जारी है और इसके भी जून में शुरू होने की उम्मीद है।
प्रमुख ट्रांजिट हब बनेंगे स्टेशन
मेरठ साउथ, शताब्दीनगर, बेगमपुल (अंडरग्राउंड), और मोदीपुरम स्टेशन ऐसे केंद्र बनेंगे जहां नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों ट्रेनें मिलेंगी। इन स्टेशनों को यात्रियों के लिए बड़े ट्रांजिट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहाँ से ऑटो, टैक्सी और सिटी बसों जैसी स्थानीय परिवहन सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होंगी।
वर्तमान परिचालन और भविष्य का लक्ष्य
वर्तमान में, दिल्ली-मेरेट RRTS कॉरिडोर का 55 किलोमीटर लंबा सेक्शन न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ के बीच चालू है। इस परिचालन में 11 स्टेशन शामिल हैं: न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ।
82 किलोमीटर लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरिट RRTS कॉरिडोर जून तक पूरी तरह से यात्रियों के लिए खुलने की उम्मीद है। इस कॉरिडोर के चालू होने से दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी सिर्फ 55 मिनट में तय की जा सकेगी, जिससे लाखों यात्रियों का समय बचेगा और दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी अभूतपूर्व रूप से बेहतर होगी। मेरठ मेट्रो का संचालन भी इसी समय तक शुरू हो जाएगा, जिससे शहर के भीतर यात्रा भी सुविधाजनक होगी। यह परियोजना NCR में सार्वजनिक परिवहन और कनेक्टिविटी को नया आयाम देगी।
