"बिजनौर में मीट से भरी गाड़ियों को लेकर विवाद, हिंदू संगठनों ने खाद्य विभाग के खिलाफ उठाए गंभीर सवाल"
"हिंदू संगठनों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया- बिना जांच के छोड़ी गईं दो गाड़ियाँ, मीट की गुणवत्ता पर उठाए सवाल"
Mar 22, 2025, 13:10 IST
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बिजनौर में शनिवार की सुबह मीट के परिवहन को लेकर जमकर विवाद हुआ। शहर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बैराज रोड स्थित बाईपास चौराहे पर खाद्य विभाग की टीम ने एक कार्रवाई करते हुए मीट से भरी तीन गाड़ियों को रोका। इस कार्रवाई के बाद उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब यह सूचना फैली कि खाद्य विभाग ने पकड़ी गई तीन में से दो गाड़ियों को छोड़ दिया है।READ ALSO:-शेयर बाजार के नुकसान ने ली जान: मेरठ में व्यापारी के बेटे ने की आत्महत्या
जैसे ही हिंदू संगठनों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को इस बात की जानकारी मिली, वे बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। उन्होंने खाद्य विभाग के इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिया। हिंदू संगठनों के सदस्यों का कहना था कि खाद्य विभाग के अधिकारी ने बिना किसी उचित जांच के ही दो गाड़ियों को जाने दिया, जो कि नियमों का सरासर उल्लंघन है।
संगठन के कार्यकर्ताओं ने बताया कि जिन गाड़ियों को पकड़ा गया था, उनमें मीट के परिवहन के लिए निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। गाड़ियों में फ्रीजर की व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि मीट खराब न हो, लेकिन इन गाड़ियों में ऐसा नहीं था। मीट को केवल बर्फ के कुछ टुकड़ों के सहारे ले जाया जा रहा था, जिससे उसकी गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल उठते हैं। हिंदू संगठनों ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि बिना गुणवत्ता की जांच किए गाड़ियों को कैसे छोड़ा जा सकता है। उन्होंने आशंका जताई कि यह अमानक और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मीट हो सकता है।
विवाद बढ़ता देख किसी ने तत्काल शहर कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही शहर कोतवाल उदय प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और मामले की गंभीरता को देखते हुए एक गाड़ी को जब्त कर लिया।
फिलहाल, खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। अधिकारी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किन परिस्थितियों में दो गाड़ियों को छोड़ा गया और क्या वास्तव में नियमों का उल्लंघन हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने बिजनौर में मीट के परिवहन को लेकर नियमों के पालन और खाद्य सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
