सेंट्रल मार्केट ध्वस्तीकरण विवाद गहराया: 20 मई को मेरठ बंद का ऐलान, हजारों व्यापारियों का भविष्य अधर में

 ध्वस्तीकरण आदेश और उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट हुए व्यापारी, शास्त्री नगर और जागृति विहार के बाजार रहेंगे पूर्णतः बंद
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Shastri Nagar Central Market
मेरठ: शास्त्री नगर स्थित सेंट्रल मार्केट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मेरठ के व्यापारियों में भारी आक्रोश है। बाजार गिराने के शीर्ष अदालत के आदेश और आवास विकास परिषद द्वारा जारी किए गए ध्वस्तीकरण नोटिस के विरोध में व्यापारियों ने आगामी मंगलवार, 20 मई को मेरठ बंद का आह्वान किया है। इस बंदी का निर्णय रविवार को सेंट्रल मार्केट में आयोजित व्यापारियों की एक विशाल और महत्वपूर्ण बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।Read also:-🛫उड़ान का इंतज़ार: मेरठ के आसमान में कब उड़ेंगे 72 सीटर विमान? परतापुर हवाई पट्टी के विस्तार में फंसा पेंच, एएआई ने मांगी 96 एकड़ जमीन, सरकार ने पूछा खर्च!

 

सुप्रीम कोर्ट का फैसला और ध्वस्तीकरण का नोटिस
यह पूरा मामला शास्त्री नगर के आवासीय परिसर संख्या 661/6 से जुड़ा है, जहाँ व्यावसायिक निर्माण किए गए थे। इस निर्माण को अवैध मानते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ध्वस्तीकरण का आदेश दिया है। हाल ही में, अदालत ने इस मामले में दाखिल पुनर्विचार याचिका को भी खारिज कर दिया, जिसके बाद आवास विकास परिषद ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के लिए अंतिम नोटिस जारी कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि इस कार्रवाई से सेंट्रल मार्केट का एक बड़ा हिस्सा प्रभावित होगा और सैकड़ों व्यापारियों की रोजी-रोटी छिन जाएगी।

 सभा को संबोधित करते किशोर वाधवा

बंद का आह्वान: कारण और आरोप
20 मई के मेरठ बंद के पीछे दो प्रमुख कारण बताए गए हैं। पहला और तात्कालिक कारण यह है कि व्यापारी सुप्रीम कोर्ट के ध्वस्तीकरण आदेश और आवास विकास के नोटिस का विरोध कर रहे हैं। वे इस कार्रवाई को रोकने और अपने प्रतिष्ठानों को बचाने की मांग कर रहे हैं।

 

दूसरा महत्वपूर्ण कारण आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना पर व्यापारियों द्वारा लगाए गए उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप हैं। व्यापारियों का कहना है कि लोकेश खुराना लगातार उन्हें निशाना बना रहे हैं और परेशान कर रहे हैं। इस उत्पीड़न के विरोध में भी 20 मई को बंद का फैसला लिया गया है। इस दिन विशेष रूप से शास्त्री नगर और जागृति विहार के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को पूर्णतः बंद रखने का निर्णय हुआ है।

 

व्यापारियों की एकजुटता और आगे की रणनीति
रविवार की बैठक में सेंट्रल मार्केट के व्यापारी एकजुट दिखे। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे इस मुद्दे पर झुकने वाले नहीं हैं और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। 20 मई का बंद इसी आंदोलन की अगली कड़ी है। व्यापारियों ने इस लड़ाई को "आर-पार की लड़ाई" बताया है, जिसका उद्देश्य अपने व्यापार और सम्मान की रक्षा करना है।

 OMEGA

समर्थन की अपील
व्यापारियों ने अपने आंदोलन को मजबूती देने और व्यापक समर्थन हासिल करने के लिए मेरठ के सभी सामाजिक और पेशेवर संगठनों से एकजुट होने की अपील की है। संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ बार एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन, सफाई कर्मचारी यूनियन, आईएमए, किसान मोर्चा, छात्र संघ संगठन, मेरठ बुलियन एसोसिएशन जैसे प्रमुख संगठनों से आग्रह किया गया है कि वे इस संकट की घड़ी में व्यापारियों के साथ खड़े हों। व्यापारियों का मानना है कि यह समस्या केवल व्यापारिक समुदाय की नहीं है, बल्कि यह आरटीआई अधिनियम के संभावित दुरुपयोग और न्यायपूर्ण व्यवस्था बनाए रखने से जुड़ा मुद्दा है।

 

विरोध प्रदर्शन का स्थान और समय
20 मई, मंगलवार को बाजार बंद रखने के साथ-साथ व्यापारी सेंट्रल मार्केट में इकट्ठा होकर अपना विरोध प्रदर्शन भी दर्ज कराएंगे। सभी व्यापारियों से सुबह 10:30 बजे सेंट्रल मार्केट में एकत्र होने की अपील की गई है ताकि विरोध प्रदर्शन को प्रभावी बनाया जा सके और अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जा सके। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस बंद और विरोध प्रदर्शन का स्थानीय प्रशासन और संबंधित अधिकारियों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
SONU

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