Caution! UP के मेरठ में इस हाईवे पर लोगों ने बना लिए हैं अवैध कट, वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही से बढ़ रहे हादसे
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर 20 से ज्यादा अवैध कट और गलत दिशा में चलने वाले वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं। मेरठ सीमा में सकौती से परतापुर चौराहे तक ये कट हादसों के लिए ब्लैक स्पॉट बन गए हैं। ट्रैफिक पुलिस और एनएचएआई अवैध कट बंद करने की कोशिश कर रही है, लेकिन स्थानीय लोग नए कट बना रहे हैं। तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हादसे बढ़ रहे हैं।
Feb 6, 2025, 07:00 IST
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दिल्ली-देहरादून हाईवे...लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार अवैध कट बना लिए हैं। ये कट और विपरीत दिशा में तेज रफ्तार वाहन राहगीरों की जान ले रहे हैं। मेरठ सीमा में मोहिउद्दीनपुर से सकौती तक 20 अवैध कट जान के दुश्मन बन गए हैं।READ ALSO:-मेरठ : उत्तर प्रदेश के लोगों को मिलेगी मुफ्त बिजली, इस योजना का उठाएं लाभ; 27 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता हो जब हाईवे पर कोई हादसा न होता हो। संबंधित अधिकारी 20 ब्लैक स्पॉट पर हादसे रोकने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना पा रहे हैं। मंगलवार को दिल्ली-दून हाईवे की पड़ताल की गई... इसमें सामने आया कि अवैध कट, विपरीत दिशा में दौड़ते वाहन, वाहनों की तेज रफ्तार, सड़क के दोनों ओर स्थित रेस्टोरेंट के बाहर अतिक्रमण हादसों की मुख्य वजह हैं।
वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी ने ट्रैफिक पुलिस द्वारा चिह्नित 30 अवैध कटों पर मेडल बीम (लोहे की ग्रिल) लगाकर उन्हें बंद कर दिया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार करीब 20 स्थानों पर नए अवैध कट बना लिए। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है।
सकौती से परतापुर तिराहा तक 20 से अधिक अवैध कट
मेरठ सीमा में दौराला थाना क्षेत्र में सकौती से मोहिउद्दीनपुर तक 20 से अधिक अवैध कट बनाए गए हैं। इनमें सकौती, रुहासा, वलीदपुर, नंगलीतीर्थ गेट के पास, मटौर, दौराला थाने के सामने, सिवाया, मेरठ फॉरेस्ट कॉलोनी के सामने, पल्लवपुरम फेज-2, फेज-1 के सामने, हाईवे चौकी के पास, कैलाश अस्पताल के पास, दायमपुर कट, शोभापुर के सामने, वेंकटेश्वर कॉलेज कट, खिर्वा और कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के बीच का कट शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार डबका और खरौली में अवैध कट बना रखे हैं।
मेरठ सीमा में दौराला थाना क्षेत्र में सकौती से मोहिउद्दीनपुर तक 20 से अधिक अवैध कट बनाए गए हैं। इनमें सकौती, रुहासा, वलीदपुर, नंगलीतीर्थ गेट के पास, मटौर, दौराला थाने के सामने, सिवाया, मेरठ फॉरेस्ट कॉलोनी के सामने, पल्लवपुरम फेज-2, फेज-1 के सामने, हाईवे चौकी के पास, कैलाश अस्पताल के पास, दायमपुर कट, शोभापुर के सामने, वेंकटेश्वर कॉलेज कट, खिर्वा और कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के बीच का कट शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने अपनी सुविधा के अनुसार डबका और खरौली में अवैध कट बना रखे हैं।
इन जगहों पर हो रहे हैं सबसे अधिक हादसे
दिल्ली-दून हाईवे पर दस से अधिक ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं...जहां अगर कोई हादसा हो जाए तो जान बचाना बेहद मुश्किल है। इन ब्लैक स्पॉट में मुख्य रूप से सकौती, रुहासा कट, नंगलीतीर्थ मोड़, वलीदपुर, मटौर, सिवाया, पल्लवपुरम फेज-2 के सामने, मेरठ फॉरेस्ट कॉलोनी के सामने, वेंकटेश्वर कॉलेज कट, खिर्वा और कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के बीच कट, कैलाश अस्पताल के पास, दायमपुर और डबका कट और खरौली प्वाइंट शामिल हैं।
दिल्ली-दून हाईवे पर दस से अधिक ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं...जहां अगर कोई हादसा हो जाए तो जान बचाना बेहद मुश्किल है। इन ब्लैक स्पॉट में मुख्य रूप से सकौती, रुहासा कट, नंगलीतीर्थ मोड़, वलीदपुर, मटौर, सिवाया, पल्लवपुरम फेज-2 के सामने, मेरठ फॉरेस्ट कॉलोनी के सामने, वेंकटेश्वर कॉलेज कट, खिर्वा और कंकरखेड़ा फ्लाईओवर के बीच कट, कैलाश अस्पताल के पास, दायमपुर और डबका कट और खरौली प्वाइंट शामिल हैं।
कैमरे और डिस्प्ले बोर्ड कभी चालू तो कभी बंद
एनएचएआई ने करीब छह महीने पहले परतापुर तिराहा से रामपुर तिराहा तक 20 जीआईडीएस कैमरे, 12 पीटीजेड कैमरे, 5 बीएनएस कैमरे, 6 वीएडीएस और दो एटीसीसी कैमरे लगाए हैं। इसके अलावा हाईस्पीड कैमरे, स्पीड डिस्प्ले बोर्ड, वाहन संदेश साइन बोर्ड, पिन प्वाइंट जूम, ऑटोमेटिक क्लासीफाइड काउंटिंग और फॉग लाइट जैसे उपकरण भी लगाए गए हैं। कैमरे और डिस्प्ले बोर्ड शोपीस बन गए हैं...पता ही नहीं चलता कि कब बंद होते हैं और कब चालू होते हैं।
एनएचएआई ने करीब छह महीने पहले परतापुर तिराहा से रामपुर तिराहा तक 20 जीआईडीएस कैमरे, 12 पीटीजेड कैमरे, 5 बीएनएस कैमरे, 6 वीएडीएस और दो एटीसीसी कैमरे लगाए हैं। इसके अलावा हाईस्पीड कैमरे, स्पीड डिस्प्ले बोर्ड, वाहन संदेश साइन बोर्ड, पिन प्वाइंट जूम, ऑटोमेटिक क्लासीफाइड काउंटिंग और फॉग लाइट जैसे उपकरण भी लगाए गए हैं। कैमरे और डिस्प्ले बोर्ड शोपीस बन गए हैं...पता ही नहीं चलता कि कब बंद होते हैं और कब चालू होते हैं।
दिल्ली-दून हाईवे पर तीन माह में हुए सड़क हादसे
- एक माह पहले सकौती में नंगली तीर्थ गेट के पास सड़क हादसे में दो राहगीर घायल हो गए थे।
- सकौती और टोल प्लाजा के बीच छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं में करीब दस लोग घायल हो चुके हैं।
- 3 फरवरी को वेंकटेश्वर कॉलेज के पास ट्रैक्टर-ट्रॉली से गिरकर वृद्धा की मौत हो गई थी।
- 16 नवंबर की रात कंकरखेड़ा में सरधना और खिर्वा फ्लाईओवर के बीच हुए हादसे में चार युवक घायल हो गए थे।
- कंकरखेड़ा में हाईवे और सरधना रोड पर हुए तीन सड़क हादसों में दंपती समेत पांच लोग घायल हो गए थे।
- ढाई माह पहले जिटौली निवासी बाइक सवार पिता-पुत्री को शोभापुर के पास ट्रक ने कुचल दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी।
- 28 दिसंबर को खरौली के पास सड़क पार कर रहे हेल्पर की हादसे में मौत हो गई थी।
- एक सप्ताह पहले कंकरखेड़ा क्षेत्र में कार की टक्कर से दो युवक घायल हो गए थे।
- कंकरखेड़ा क्षेत्र में मंगलवार सुबह सड़क हादसे में साइकिल सवार की मौत हो गई।
यातायात पुलिस को हाईवे पर 30 अवैध कट की सूचना मिली थी, जिन्हें मेडल बीम या सीमेंट के पत्थर लगाकर बंद करा दिया गया है। स्थानीय लोगों ने अब अन्य स्थानों पर अवैध कट बना लिए हैं। इन्हें बंद कराने के निर्देश दिए गए हैं। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने से हादसे हो रहे हैं। पुलिस के साथ अभियान चलाकर गलत दिशा में आने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी। हाईस्पीड कैमरे और डिस्प्ले बोर्ड चालू हैं। टोल प्लाजा पर फॉग लाइट भी चालू हैं। -बृजेश सिंह, मेंटेनेंस हेड, वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी।
दिल्ली-देहरादून हाईवे पर 20 से अधिक अवैध कट बनाए गए हैं... एनएचएआई के परियोजना निदेशक को इसकी जानकारी दे दी गई है। हादसे रोकने के लिए संबंधित थाने को गलत दिशा में आने वाले वाहनों को रोकने के विशेष निर्देश दिए गए हैं।-राघवेंद्र मिश्रा, एसपी ट्रैफिक