मेरठ में नई 'स्मार्ट सिटी' का खाका तैयार! 12 गांवों की 610 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण शुरू, किसानों को भेजा नोटिस
बिजली बंबा बाईपास पर बनेगी आधुनिक टाउनशिप, 'लैंड पूलिंग' से किसानों को मिलेगा फायदा; सर्किल रेट बढ़ाने की मांग से सरकार पर दबाव
May 27, 2025, 06:10 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ के विकास को नई उड़ान देने के लिए आवास विकास परिषद ने कमर कस ली है। बिजली बंबा बाईपास पर एक भव्य और आधुनिक टाउनशिप विकसित करने की योजना पर काम शुरू हो गया है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। यह योजना 12 गांवों की 610 हेक्टेयर भूमि को कवर करेगी, जिसमें लगभग 2000 खसरे शामिल हैं।READ ALSO:-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधे जुड़ें! जानें WhatsApp, हेल्पलाइन और ऐप से कैसे पहुंचाएं अपनी शिकायत और सुझाव
किसानों को भेजा नोटिस, मांगे 30 दिन में आपत्ति:
योजना के तहत, आवास विकास परिषद ने धारा 29 की कार्रवाई के तहत किसानों को नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है। इन नोटिसों में किसानों से 30 दिनों के भीतर अपनी आपत्तियां दर्ज कराने को कहा जाएगा। यह अधिग्रहण प्रक्रिया 17 मई को सरकार द्वारा धारा 28 के तहत गजट प्रकाशन के साथ औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है।
टाउनशिप का नाम और 'लैंड पूलिंग' का फायदा:
बिजली बंबा बाईपास और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के बीच विकसित होने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना का नाम 'मेरठ-हापुड़ मार्ग विकास एवं गृहस्थान योजना' रखा गया है। इस योजना को 'लैंड पूलिंग' मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य किसानों को अधिकतम लाभ पहुंचाना है।
लैंड पूलिंग कैसे काम करेगी?
अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि लैंड पूलिंग मॉडल इस तरह काम करेगा:
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यदि 100 हेक्टेयर भूमि है, तो उसका 50% हिस्सा सड़क, सीवर, पेयजल आपूर्ति, बिजली, पार्क जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास में उपयोग होगा। इन सुविधाओं का निर्माण आवास विकास परिषद अपने खर्चे पर करेगा।
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बाकी बचे 50 हेक्टेयर हिस्से में से 25% भूमि किसान को वापस मिलेगी और शेष 25% पर आवास विकास परिषद का स्वामित्व होगा।
राजीव कुमार ने बताया कि अधिकांश किसान इस 'लैंड पूलिंग' मॉडल पर अपनी भूमि देने को सहमत हैं। वहीं, छोटे किसानों से उनकी भूमि मुआवजे के बदले खरीदी जाएगी।
किसानों की मांग: सर्किल रेट बढ़ाओ!
हालांकि, इस अधिग्रहण प्रक्रिया में नरहाड़ा और जुर्रानपुर के किसानों ने एक महत्वपूर्ण मांग रखी है। उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है, और वे चाहते हैं कि अधिग्रहण से पहले उनकी भूमि का उचित सर्किल रेट बढ़ाया जाए, ताकि उन्हें उनकी ज़मीन का सही मूल्य मिल सके।
यह नई टाउनशिप मेरठ के शहरी विकास और कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, लेकिन इस प्रक्रिया में किसानों की मांगों का समाधान भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
