मेरठ में 'रोडरेज' का खूनी खेल: स्कॉर्पियो सवार टीचर ने ई-रिक्शा चालक को पीट-पीटकर मार डाला! दिल्ली रोड पर हंगामा
🚨सिर्फ साइड न देने पर शिक्षक ने बीच सड़क पर दी ऐसी 'सजा', कि ईमानदार मेहनतकश रिक्शा चालक की जिंदगी खत्म हो गई
Jun 14, 2025, 01:21 IST
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मेरठ, 14 जून 2025 – मेरठ के दिल्ली रोड पर शुक्रवार रात क्रूरता की हदें पार करती 'रोडरेज' की एक वारदात ने शहर को सन्न कर दिया। परतापुर थाना क्षेत्र में एक स्कॉर्पियो सवार शिक्षक ने सिर्फ इसलिए एक ई-रिक्शा चालक को लोहे की रॉड से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उसे सड़क पर साइड नहीं मिल पाई। इस वीभत्स घटना के बाद इलाके में जबरदस्त तनाव फैल गया, जिसके चलते सड़क से लेकर थाने तक भारी हंगामा और प्रदर्शन हुआ।READ ALSO:-बिजनौर में सिस्टम की 'सांसें' थमीं, 26 साल के युवक ने तोड़ा दम: परिजनों का चीख-चीखकर आरोप, "लापरवाही ने ली जान!"
खूनी मोड़ पर मौत का खेल: क्या हुआ उस काली रात?
यह दिल दहला देने वाली घटना शुक्रवार देर रात की है। कंकरखेड़ा श्रद्धापुरी सेक्टर तीन निवासी शिक्षक निरवैर सिंह अपनी सफेद रंग की स्कॉर्पियो से परिवार के साथ मूवी देखकर लौट रहे थे। दिल्ली रोड पर रिठानी पीर के पास एक निर्माणाधीन पुलिया के चलते यातायात धीमा था। यहीं पर 49 वर्षीय ई-रिक्शा चालक नरेश (रिठानी जीवनपुरी निवासी) अपना रिक्शा मोड़ रहा था।
पुलिस के शुरुआती बयानों और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, निरवैर सिंह की स्कॉर्पियो की नरेश के ई-रिक्शा से मामूली टक्कर हो गई। बस, यहीं से शैतान निरवैर सिंह पर हावी हो गया। टक्कर के बाद दोनों के बीच कहासुनी और गालीगलौज हुई, जो देखते ही देखते खूनी झड़प में बदल गई। गुस्साए निरवैर सिंह ने अपनी स्कॉर्पियो की डिग्गी से लोहे की रॉड निकाली और बिना सोचे-समझे नरेश के सिर पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। नरेश मौके पर ही लहूलुहान होकर गिर पड़ा और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
आरोपी का बचाव: "पहले रिक्शा चालक ने मारी थी ईंट!"
घटना के बाद परतापुर थाने पर मौजूद निरवैर सिंह के परिवार ने अपना बचाव करते हुए आरोप लगाया कि कहासुनी के दौरान रिक्शा चालक नरेश ने ही पहले ईंट उठाकर निरवैर सिंह के हाथ पर मारी और दूसरी ईंट कार पर फेंक दी, जिससे शीशा टूट गया। उनके अनुसार, इसी के बाद निरवैर सिंह ने आवेश में आकर रॉड उठाई। हालांकि, इस दावे की अभी जांच होनी बाकी है।
जनता का उबाल और थाने का घेराव
नरेश को बुरी तरह पीटते देख मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। घायल नरेश को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नरेश की मौत की खबर सुनते ही उसके घरवाले, स्थानीय पार्षद और आसपास के लोग मौके पर पहुँच गए।
आक्रोशित भीड़ ने आरोपी निरवैर सिंह को पकड़कर बुरी तरह पीट डाला। कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर उसे मुश्किल से बचाया। इसके बाद, नरेश के परिजन शव को लेकर सीधे परतापुर थाने पहुँचे और न्याय की मांग करते हुए थाने के सामने सड़क पर जाम लगा दिया और थाने का घेराव किया। भीड़ ने आरोपी की स्कॉर्पियो में भी जमकर तोड़फोड़ की।
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए निरवैर सिंह को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया और उसे हवालात में बंद कर दिया। पुलिस ने ई-रिक्शा और स्कॉर्पियो दोनों को अपने कब्जे में ले लिया है।
पुलिस का सख्त रुख: "कड़ी कार्रवाई होगी"
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मामले में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस गहनता से जांच कर रही है। परतापुर पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोग शांत हुए।
यह घटना एक बार फिर सड़क पर पनपते गुस्से और असहिष्णुता की भयावह तस्वीर पेश करती है। एक शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे से जुड़े व्यक्ति द्वारा इस तरह की क्रूरता को अंजाम देना समाज के मूल्यों पर सवाल खड़ा करता है। इस मामले में पुलिस की त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई बेहद ज़रूरी है ताकि मृतक नरेश के परिवार को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
