मेरठ में साइबर ठगों का बड़ा जाल: कारोबारी को ₹1.20 करोड़ का चूना, बेटे को मुनाफे का लालच देकर फंसाया!
अज्ञात लिंक, 'अनन्या शर्मा' का झांसा और 24 बैंक खातों में निवेश; बीजेपी नेता की दखल के बाद जांच शुरू
Jul 2, 2025, 16:49 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश। साइबर अपराधियों ने एक बार फिर अपनी चालाकी का प्रदर्शन करते हुए मेरठ के एक कारोबारी को बड़े धोखे का शिकार बनाया है। पांडव नगर निवासी और लालकुर्ती में साड़ियों का बड़ा शोरूम चलाने वाले विष्णु मित्तल के बेटे शिवम मित्तल को ऑनलाइन निवेश में अच्छे मुनाफे का सब्जबाग दिखाकर ₹1.20 करोड़ की ठगी कर ली गई है। यह घटना साइबर क्राइम के बढ़ते जाल और आम लोगों की सतर्कता की कमी को उजागर करती है।READ ALSO:-मेरठ में 47 करोड़ की 'ग्रीन रोड' योजना पर हंगामा: मास्टर प्लान 2031 बनाम ज़मीनी हकीकत, व्यापारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर!
कैसे बुना गया ठगी का ये मकड़जाल?
करीब दो महीने पहले की बात है, शिवम मित्तल के व्हाट्सएप नंबर पर एक अनजान लिंक आया। लिंक खुलने के कुछ ही देर बाद एक कॉल आई। फोन करने वाली युवती ने खुद को 'अनन्या शर्मा' बताया और दावा किया कि वह बड़ी ट्रेडिंग कंपनी Darwinex Global CS के फॉरेन एक्सचेंज डिपार्टमेंट से जुड़ी है। अनन्या ने शिवम से निवेश करने पर अविश्वसनीय मुनाफे का वादा किया।
करीब दो महीने पहले की बात है, शिवम मित्तल के व्हाट्सएप नंबर पर एक अनजान लिंक आया। लिंक खुलने के कुछ ही देर बाद एक कॉल आई। फोन करने वाली युवती ने खुद को 'अनन्या शर्मा' बताया और दावा किया कि वह बड़ी ट्रेडिंग कंपनी Darwinex Global CS के फॉरेन एक्सचेंज डिपार्टमेंट से जुड़ी है। अनन्या ने शिवम से निवेश करने पर अविश्वसनीय मुनाफे का वादा किया।
शिवम, जो शायद पहले ऑनलाइन निवेश में सक्रिय नहीं थे, युवती की मीठी बातों और बड़े मुनाफे के वादे पर भरोसा कर बैठे। शुरुआत में उन्होंने ₹10,000 का छोटा निवेश किया, जिस पर उन्हें तुरंत अच्छा मुनाफा भी मिल गया। इस शुरुआती सफलता ने शिवम का भरोसा और बढ़ा दिया। इसके बाद, अनन्या के कहने पर शिवम ने उसके बताए 24 अलग-अलग बैंक खातों में लगभग ₹44 लाख का भारी-भरकम निवेश कर दिया। उन्हें यह सब कंपनी के ऐप पर दिख रहा था, जहां उनकी निवेश की गई रकम तेजी से बढ़ती हुई दिखाई दे रही थी, जो मुनाफे सहित ₹1.20 करोड़ तक पहुंच गई थी।
जब असलियत आई सामने: 'टैक्स' के नाम पर ₹20 लाख की मांग
शिवम के पिता विष्णु मित्तल, जो खुद भी स्टॉक एक्सचेंज में निवेश का अनुभव रखते हैं, ने बताया कि बेटे ने ठगों के कहने पर अपने सभी पुराने शेयर बेचकर यह रकम जुटाई थी। जब शिवम ने अपनी बढ़ी हुई ₹1.20 करोड़ की रकम को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने की कोशिश की, तो उससे 'टैक्स' के नाम पर ₹20 लाख पहले जमा करने का दबाव बनाया गया। यहीं पर शिवम और उनके परिवार को एहसास हुआ कि वे एक बड़े धोखे का शिकार हो चुके हैं।
शिवम के पिता विष्णु मित्तल, जो खुद भी स्टॉक एक्सचेंज में निवेश का अनुभव रखते हैं, ने बताया कि बेटे ने ठगों के कहने पर अपने सभी पुराने शेयर बेचकर यह रकम जुटाई थी। जब शिवम ने अपनी बढ़ी हुई ₹1.20 करोड़ की रकम को अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करने की कोशिश की, तो उससे 'टैक्स' के नाम पर ₹20 लाख पहले जमा करने का दबाव बनाया गया। यहीं पर शिवम और उनके परिवार को एहसास हुआ कि वे एक बड़े धोखे का शिकार हो चुके हैं।
पुलिस की कार्रवाई और एसपी क्राइम की अपील
धोखाधड़ी का पता चलते ही, भाजपा नेता आशीष अग्रवाल कारोबारी विष्णु मित्तल को लेकर सीधे एसपी क्राइम अवनीश कुमार से मिले। एसपी क्राइम ने तुरंत साइबर टीम को बुलाया और मामले की जांच उन्हें सौंप दी।
धोखाधड़ी का पता चलते ही, भाजपा नेता आशीष अग्रवाल कारोबारी विष्णु मित्तल को लेकर सीधे एसपी क्राइम अवनीश कुमार से मिले। एसपी क्राइम ने तुरंत साइबर टीम को बुलाया और मामले की जांच उन्हें सौंप दी।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी जेपी यादव ने बताया कि साइबर टीम उन सभी 24 बैंक खातों का विवरण खंगाल रही है जिनमें शिवम ने पैसे ट्रांसफर किए थे। अच्छी बात यह है कि जिन नंबरों से शिवम के पास कॉल आ रही थी, वे अभी भी एक्टिव हैं, जिससे जांच में मदद मिल सकती है।
एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए जनता से अपील की, "ट्रेडिंग और इन्वेस्ट के नाम पर ठगी की गई है। लोग लालच में आकर साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। साइबर टीम अपना काम कर रही है। सभी खातों से जुड़ा विवरण निकाला जा रहा है। कारोबारी के बेटे द्वारा 44 लाख रुपए इन्वेस्ट किए जाने की जानकारी मिली है।"
यह घटना हमें एक बार फिर याद दिलाती है कि ऑनलाइन लेनदेन और निवेश के आकर्षक प्रस्तावों के प्रति अत्यधिक सतर्कता बरतना कितना ज़रूरी है। अज्ञात लिंक पर क्लिक करने या बिना पूरी जानकारी के किसी भी ऐप या व्यक्ति के कहने पर पैसे निवेश करने से पहले सौ बार सोचें, क्योंकि साइबर ठग हर दिन नए-नए तरीकों से आम लोगों की मेहनत की कमाई को निशाना बना रहे हैं।
