एंबुलेंस से शराब तस्करी! मेरठ में बाप-बेटे सहित 3 गिरफ्तार, गाजियाबाद से चुराई थी एंबुलेंस
गाजियाबाद से चोरी की एंबुलेंस, हरियाणा से सस्ती शराब, और बिहार में तीन गुना मुनाफा! मेरठ पुलिस ने शातिर गिरोह का किया पर्दाफाश
Jun 17, 2025, 12:10 IST
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मेरठ: मेरठ पुलिस ने गाजियाबाद से एंबुलेंस चोरी कर बिहार में शराब की तस्करी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में पिता-पुत्र समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से चोरी की एंबुलेंस, दो नंबर प्लेट और एक अवैध तमंचा भी बरामद हुआ है। यह गिरोह पिछले काफी समय से इस अवैध धंधे में लिप्त था और हरियाणा से कम कीमत पर शराब खरीदकर बिहार में तीन गुना अधिक दाम पर बेच रहा था, जहां शराबबंदी लागू है।READ ALSO:-यूपी में बिजली का 'शॉक'! उपभोक्ताओं पर बढ़ेगा 30% तक का बोझ, जानिए कौन-सी दरें होंगी प्रभावित
पुलिस लाइंस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने इस सफलता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोहियानगर पुलिस ने घोसीपुर जाने वाले तिराहे के पास से तीन आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विनोद सिंह पुत्र स्यौराज सिंह, निवासी ग्राम नेहतोली, थाना जैतपुर, आगरा, और उसके बेटे प्रताप सिंह के रूप में हुई है। तीसरा आरोपी फरमान पुत्र रमजान खां, निवासी ग्राम कुढ़ला, मुंडाली है।
एसपी सिटी ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि पकड़े गए पिता-पुत्र ने गाजियाबाद के सिहानीगेट थाना क्षेत्र से एंबुलेंस चोरी की थी। वे फरमान की मदद से एंबुलेंस की नंबर प्लेट बदलवा रहे थे, ताकि तस्करी के दौरान किसी को शक न हो। पुलिस ने मौके पर ही तीनों आरोपियों को एंबुलेंस के साथ हिरासत में ले लिया।
एंबुलेंस का इस्तेमाल, चेकिंग से बचने का शातिर तरीका
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चोरी की एंबुलेंस का इस्तेमाल हरियाणा से सस्ती शराब लाकर बिहार में बेचने के लिए कर रहे थे। बिहार में शराबबंदी होने के कारण वहां शराब की भारी मांग है और वे एंबुलेंस में शराब ले जाकर तीन गुना तक मुनाफा कमा रहे थे।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 15 जून को तड़के करीब तीन बजे सिहानीगेट से एंबुलेंस चोरी की और उसे मेरठ ले आए। यहां उन्होंने एंबुलेंस पर लगी राजस्थान की नंबर प्लेट को हटाकर बिहार की नंबर प्लेट लगा दी थी। आरोपी प्रताप ने बताया कि वह पहले भी कभी-कभी बिहार में शराब की सप्लाई करता रहा है। तीनों ने मिलकर शराब तस्करी के लिए ही एंबुलेंस चोरी करने की साजिश रची थी, ताकि वाहन चेकिंग के दौरान उन्हें रोका न जाए और आसानी से शराब पहुंचाई जा सके। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार फरमान गाड़ियों का मिस्त्री है और वह वाहन चोरी के काम में भी शामिल है।
बस और ट्रेनों से भी कर चुके हैं तस्करी, अब एंबुलेंस का सहारा
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में यह भी पता चला है कि यह गिरोह पहले बसों और ट्रेनों के जरिए भी हरियाणा से शराब खरीदकर बिहार में सप्लाई करता रहा है। लेकिन, चेकिंग की बढ़ती सख्ती के कारण उन्होंने एंबुलेंस का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था, ताकि किसी को संदेह न हो।
मेरठ पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है और पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
बाप-बेटे ने मिलकर बनाया शराब तस्करी का नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आगरा के रहने वाले पिता-पुत्र विनोद सिंह और प्रताप सिंह ने मिलकर यह शराब तस्करी का गिरोह बनाया था। उनका कहना है कि बिहार में शराब की लगातार मांग बनी रहती है, जिसके चलते उन्होंने एंबुलेंस के जरिए शराब पहुंचाने का नया तरीका अपनाया था। फिलहाल, पुलिस इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है ताकि इस अवैध धंधे की जड़ तक पहुंचा जा सके।
