⚡मेरठ में आंधी-बारिश का विकराल रूप: तूफान ने ली दो जान, बेटे के सामने पिता की मौत! चीखों से थर्रा उठी रात!"
🕯️ रुहासा में पेड़ गिरने से किसान पिता की मौत, लिसाड़ी गेट में मूर्तिकार को निगल गया बिजली का पोल… परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
Updated: May 22, 2025, 09:20 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: बुधवार देर रात मेरठ में कुदरत का ऐसा विकराल रूप देखने को मिला कि देखते ही देखते सब कुछ बदल गया। अचानक आई तेज आंधी और भीषण बारिश ने पूरे ज़िले में ज़बरदस्त तबाही मचाई, जिसमें दो बेकसूर लोगों की जान चली गई। ये दर्दनाक हादसे दौराला और लिसाड़ी गेट इलाकों में हुए, जिन्होंने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है।READ ALSO:-🌩️मेरठ में कुदरत का कहर: तेज आंधी और मूसलधार बारिश ने मचाई भारी तबाही, दो लोगों की मौत, दर्जनों घायल
रुहासा में बेटे के सामने पिता ने तोड़ा दम: अमित की दर्दनाक मौत
दौराला के रुहासा गाँव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। बुधवार रात अमित (जो रुहासा के निवासी थे और खेती-बाड़ी करते थे) अपने बेटे विहान के साथ मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। वे अपने साले के पिता से मिलकर वापस अपने गाँव बड़कली जा रहे थे। तभी, जैसे ही वे रुहासा के पास पहुँचे, तेज़ आंधी-तूफान के कारण एक सालों पुराना विशाल पीपल का पेड़ अचानक उनकी बाइक पर गिर पड़ा।
इस भयानक पल में अमित का बेटा विहान तो बाइक छोड़कर कूद गया और बाल-बाल बच गया, लेकिन अमित पेड़ के नीचे बुरी तरह दब गए। जब तक आस-पड़ोस के लोग मदद के लिए पहुँचे और अमित को पेड़ के नीचे से निकाला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। परिजन अमित को अस्पताल ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अमित अपने पीछे दो बेटियों और एक बेटे को छोड़ गए हैं, और इस घटना से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
लिसाड़ी गेट पर पोल गिरने से मूर्तिकार नसीम की मौत
दूसरा दर्दनाक हादसा लिसाड़ी गेट के नूर नगर पुलिया पर हुआ। नसीम पुत्र उस्मान, जो जाकिर कॉलोनी गली नंबर 26 के निवासी थे और मूर्तियाँ बनाने का काम करते थे, बुधवार रात अपनी स्कूटी से घर जा रहे थे। तभी अचानक एक बिजली का पोल उनकी स्कूटी पर गिर पड़ा। पोल गिरने से नसीम की स्कूटी बुरी तरह चकनाचूर हो गई और वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे वाली जगह पर तुरंत चीख-पुकार मच गई। लोगों ने किसी तरह उन्हें पोल के नीचे से निकाला और आनन-फानन में अस्पताल पहुँचाया। लेकिन, इलाज के दौरान नसीम ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने उनके परिवार को भी गहरा सदमा पहुँचाया है।
मेरठ में आई इस आंधी-बारिश ने न केवल जान-माल का नुकसान किया है, बल्कि इसने यह भी दिखाया है कि अचानक बदलता मौसम कितना जानलेवा हो सकता है। क्या आपके शहर में भी हाल ही में ऐसी किसी प्राकृतिक आपदा का अनुभव हुआ है?
