गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर हंगामा: हिंदू रक्षा दल ने बहादुर शाह जफर की तस्वीर को औरंगजेब समझकर पोती कालिख, 'जय श्रीराम' के नारे लगाए
देश के वीरों के चित्रों के बीच हुई घटना, आधे घंटे तक चला विरोध; DRM बोले- आरोपियों की पहचान कर होगी गिरफ्तारी
Apr 18, 2025, 21:18 IST
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गाजियाबाद: गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को उस समय जमकर हंगामा हुआ जब हिंदू रक्षा दल के कुछ कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की तस्वीर को मुगल शासक औरंगजेब का चित्र समझकर उस पर कालिख पोत दी। कार्यकर्ताओं ने रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की और तस्वीर हटाने की मांग की।READ ALSO:-दहेज के लालच में नवविवाहिता की ज़हर देकर हत्या: बिजनौर के नहटौर में दिल दहला देने वाली वारदात, 5 महीने पहले हुई थी शादी
घटना दोपहर की बताई जा रही है, जब हिंदू रक्षा दल के करीब 20 कार्यकर्ता गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पहुँचे। उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर लगी एक तस्वीर को देखा और उसे औरंगजेब का चित्र बताते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कार्यकर्ता 'जय श्रीराम' के नारे लगा रहे थे और चित्र को तत्काल हटाने की माँग कर रहे थे।
#WATCH | Ghaziabad, Uttar Pradesh | Members of the Hindu Raksha Dal blackened a painting at the Ghaziabad Railway Station.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 18, 2025
DRM of Delhi Division, Northern Railway, Pushpesh Raman Tripathi says, "It (the painting) was not of Aurangzeb, it was of Bahadur Shah Zafar...It is not… pic.twitter.com/A0uOmaPFMw
करीब आधे घंटे तक चले इस हंगामे के दौरान, कार्यकर्ताओं ने स्प्रे पेंट का उपयोग कर बहादुर शाह जफर के चित्र पर कालिख पोत दी। हंगामे की सूचना मिलने पर रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुँचे और उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी माँग पर अड़े रहे। आखिरकार, अधिकारी उन्हें चेतावनी देकर वहाँ से वापस लौट गए।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्मों पर देश के विभिन्न वीरों और महापुरुषों के चित्र लगाए गए हैं। इसका उद्देश्य यात्रियों को इन महान हस्तियों के बारे में बताना और उनसे प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित करना है। इसी क्रम में यहाँ बहादुर शाह जफर का भी एक चित्र लगा हुआ है, जो मुगल साम्राज्य के अंतिम सम्राट थे और जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने इसी तस्वीर को देखकर विरोध जताया। उन्होंने कहा कि औरंगजेब एक मुस्लिम आक्रांता था जिसने सनातन धर्म को मिटाने का प्रयास किया। ऐसे लोगों की तस्वीरें लगाकर उनका महिमामंडन नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार से भी माँग की कि ऐसे लोगों की तस्वीरें जहाँ कहीं भी लगी हों, उन्हें तुरंत हटवाया जाए।
हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने क्या कहा?
हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि औरंगजेब ने हिंदुओं पर अत्याचार किए थे, अनगिनत हिंदुओं की हत्याएं की थीं, और हमारे मंदिरों को तोड़ा था। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर का भी जिक्र किया और कहा कि औरंगजेब ने उसे तोड़कर मस्जिद बनाई थी। उन्होंने औरंगजेब को 'राक्षस' बताया जिसने सनातन धर्म को समाप्त करने के लिए सारी हदें पार कर दी थीं। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति की तस्वीर या कब्र हमारे देश में नहीं होनी चाहिए।
पिंकी चौधरी ने देश के नेताओं से इस मुद्दे पर राजनीति बंद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह समझना पड़ेगा कि अगर मुगलों का शासन दोबारा आ गया तो लोग कहाँ जाएंगे। उन्होंने संकल्प लिया कि वे आगे मंदिर टूटने नहीं देंगे, बहन-बेटियों की इज्जत लूटने नहीं देंगे और सनातन धर्म को नष्ट होते नहीं देख सकते।
रेलवे प्रशासन की कार्रवाई
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली के डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) पुष्पेश रमन त्रिपाठी ने कहा कि स्टेशन पर बहादुर शाह जफर की तस्वीर पर कालिख पोतने की घटना उनके संज्ञान में है। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर ऐतिहासिक शख्सियतों की पहचान और उनके चित्रण को लेकर बहस छेड़ दी है।