गाजियाबाद : कपड़े उतरवा कर बनाया वीडियो, गे डेटिंग ऐप के चक्कर में युवक को 1.4 लाख का चूना
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को ब्लैकमेल करके उनसे पैसे ऐंठता था। ये लोग एक ऐप के जरिए शिकार को फंसाते थे। आइए जानते हैं मामले के बारे में विस्तार से।
Feb 4, 2025, 07:00 IST
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उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मधुबन बापूधाम पुलिस ने समलैंगिक डेटिंग ऐप पर दोस्ती करने वाले गिरोह के 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी पहले अश्लील वीडियो बनाते थे, फिर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठने का काम करते थे। गिरोह ने 21 जनवरी को एक युवक से 1 लाख 40 हजार रुपये की ठगी की थी। पुलिस के मुताबिक लोहिया नगर में रहने वाले एक शख्स ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसने अपने फोन में ग्रिंडर डेटिंग ऐप इंस्टॉल किया हुआ था। READ ALSO:-मेरठ : सरधना में अनियंत्रित ट्रक घर में घुसा, दुकान पर खड़े बुजुर्ग की दर्दनाक मौत, एक की हालत नाजुक, अस्पताल में भर्ती
दीपांशु, गौरव, आयुष और अजय नाम के लोगों ने उससे संपर्क किया और 21 जनवरी को एनडीआरएफ ऑफिस के पीछे अक्षय एन्क्लेव के एक फ्लैट में मिलने के लिए बुलाया। वहां उसकी मुलाकात गौरव नाम के आरोपी से हुई, जो उसे एक फ्लैट में ले गया। उससे समलैंगिक संबंध बनाने के लिए कपड़े उतारने को कहा गया। जैसे ही दोनों ने कपड़े उतारे, चार लोग अंदर आ गए और वीडियो बनाने लगे। जब उसने विरोध किया तो उन लोगों ने उसके साथ मारपीट की।
इसके बाद आरोपियों ने उससे 1.4 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में पुलिस ने थाना पिलखुवा जिला हापुड़ के गांव शाहपुर भगोड़ा निवासी अजय, थाना हर्ष विहार उत्तरी दिल्ली के रेलवे रोड संभोली एक्सटेंशन निवासी रिंकू और थाना रोहता जिला मेरठ के गांव उकसिया निवासी शुभम उर्फ सम्राट को गिरफ्तार किया है। रिंकू गिरोह का सरगना है, जो पहले भी ऐसे मामलों में जेल जा चुका है। आरोपी जगह बदल-बदल कर ब्लैकमेलिंग करते थे। पुलिस 2 आरोपियों की तलाश कर रही है।
फर्जी डेटिंग एप से खुद को कैसे बचाएं
- टिंडर जैसे कुछ एप हैं, जो डेटिंग एप की प्रमाणिकता की जांच करते हैं। इसके जरिए फेस वेरिफिकेशन के साथ ही आईडी वेरिफिकेशन भी किया जा सकता है। इस तरह फर्जी अकाउंट चलाने वालों की पहचान हो जाती है। डेटिंग एप का इस्तेमाल करने से पहले वेरिफाइड प्रोफाइल से ही बात करें।
- पहली बातचीत में ही आमंत्रित किए जाने पर न जाएं। नंबर एक्सचेंज करें और वीडियो कॉल का सहारा लें। पूरी तरह से वेरिफिकेशन के बाद ही अगला कदम उठाएं। मिलने की जगह खुद तय करें।
- डेटिंग एप का इस्तेमाल करते समय गलती से भी अश्लील फोटो न भेजें। ऐसी तस्वीरों का इस्तेमाल बाद में ब्लैकमेलिंग के लिए किया जाता है।
- आम जगहों पर ही मिलें, खाने-पीने के रेस्टोरेंट वाली जगहों को प्राथमिकता दें।
- किसी भी तरह की वित्तीय जानकारी, कार्ड नंबर और आईपी एड्रेस शेयर न करें।
- अगर आपको किसी ठगी का पता चले तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराएं।