रिश्तों का कत्ल: गाजियाबाद में बहू ने रिटायर्ड अफसर ससुर को पहले नग्न किया, फिर उतारा मौत के घाट
न्यूड करके कमरे में बंद किया, टीवी की आवाज तेज कर बल्ले से पीटा, प्रॉपर्टी विवाद और गलत नीयत के आरोप
Updated: Mar 22, 2025, 17:46 IST
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गाजियाबाद के गोविंदपुरम इलाके में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां एक 36 वर्षीय बहू ने अपने 64 वर्षीय रिटायर्ड अफसर ससुर की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी बहू आरती ने ससुर पाती सिंह को पहले निर्वस्त्र किया, फिर उन्हें कमरे में बंद कर दिया। ताकि उनकी चीखें बाहर न सुनाई दें, उसने टेलीविजन की आवाज तेज कर दी और इसके बाद क्रिकेट के बल्ले से उनके सिर पर ताबड़तोड़ वार किए, जब तक कि उनकी सांसें थम नहीं गईं। इस खौफनाक वारदात का खुलासा तब हुआ जब घर के दूसरे माले पर रहने वाली एक महिला किराएदार ने कमरे से खून बहते हुए देखा और पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे से ससुर का नग्न शव बरामद किया।READ ALSO:-मेरठ : सोशल मीडिया पर अजीब ट्रेंड, नीले ड्रम और सीमेंट के कट्टों से क्यों डर रहे हैं पुरुष?
ACP स्वतंत्र कुमार सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी बहू आरती ने शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। उसने दावा किया कि उसके ससुर पाती सिंह के 3-4 महिलाओं से अवैध संबंध थे और वे अक्सर घर आती-जाती रहती थीं, संभवतः उन्हीं में से किसी ने उनकी हत्या की होगी। हालांकि, जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो आरती टूट गई और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
ACP के मुताबिक, पुलिस की शुरुआती जांच में इस घटना के पीछे दो संभावित कारण सामने आ रहे हैं। पहला, ससुर और बहू के बीच संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था और इस संबंध में कोर्ट में भी एक मामला लंबित है। दूसरा, बहू को यह डर था कि उसके ससुर के कई अन्य महिलाओं से संबंध होने के कारण वह अपनी संपत्ति कहीं और न हस्तांतरित कर दें, जिससे उसके और उसके बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
आरोपी बहू आरती ने पुलिस को दिए अपने बयान में एक और चौंकाने वाला दावा किया है। उसने आरोप लगाया कि उसके पति जितेंद्र की मौत के बाद से ही ससुर पाती सिंह की उस पर गलत नीयत थी और वह उसके साथ कई बार अश्लील हरकतें करते थे। आरती ने बताया कि वह इस व्यवहार से बेहद परेशान थी और शुक्रवार रात को भी उसके ससुर ने उसके साथ ऐसा करने की कोशिश की, जिसके बाद गुस्से में आकर उसने उनकी हत्या कर दी। पुलिस इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए गहन जांच कर रही है। फिलहाल, पुलिस ने बहू आरती के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना का सिलसिलेवार विवरण:
पुलिस के अनुसार, कविनगर के गोविंदपुरम डी ब्लॉक में रहने वाले पाती सिंह मूल रूप से सहारनपुर जिले के रहने वाले थे। उनके इकलौते बेटे जितेंद्र की शादी 11 साल पहले हापुड़ के धौलाना निवासी आरती से हुई थी। पाती सिंह चार साल पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय से सेवानिवृत्त हुए थे। उनके जीवन में उस समय गहरा दुख आया जब कोरोना काल में उनकी पत्नी और बेटे जितेंद्र दोनों की मौत हो गई।
पति की मौत के बाद बहू आरती का अपने ससुर पाती सिंह के साथ विवाद चल रहा था। कोर्ट के आदेश के बाद ही आरती चार महीने पहले अपने दो छोटे बेटों के साथ (जिनकी उम्र 10 साल से कम है) पाती सिंह के घर रहने आई थी। पाती सिंह का तीन मंजिला मकान है, जिसमें वह खुद ग्राउंड फ्लोर पर रहते थे, पहली मंजिल पर बहू अपने दो बच्चों के साथ रहती थी, जबकि दूसरी मंजिल को एक महिला लेखपाल को किराए पर दिया गया था।
शुक्रवार की रात करीब 8 बजे बहू आरती का ससुर पाती सिंह के साथ तीखी बहस हुई। आरती ने अपने दोनों बच्चों को टीवी देखने के लिए उनके कमरे में भेज दिया और टेलीविजन की आवाज तेज कर दी। इसके बाद उसने बच्चों के कमरे को बाहर से बंद कर दिया और फिर वह ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अपने ससुर पाती सिंह के कमरे में चली गई। उसने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया ताकि किसी को भी अंदर की आवाज सुनाई न दे। आरोप है कि इसके बाद आरती ने पहले अपने ससुर के कपड़े उतारे और फिर एक क्रिकेट बैट से उनके सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। वह तब तक वार करती रही जब तक कि पाती सिंह की सांसें पूरी तरह से थम नहीं गईं। अपने ससुर की हत्या करने के बाद आरती शांति से ऊपर अपने कमरे में अपने बच्चों के पास चली गई।
रात करीब 11 बजे दूसरी मंजिल पर रहने वाली किराएदार महिला किसी काम से नीचे आई। जब उसने पाती सिंह के कमरे के दरवाजे के नीचे से खून बहता हुआ देखा, तो वह डर गई और तुरंत आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी। इसके बाद तत्काल पुलिस को फोन किया गया। सूचना मिलते ही कविनगर थाने के इंस्पेक्टर और फोरेंसिक टीम तुरंत मौके पर पहुंची। ACP स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पाती सिंह का शव निर्वस्त्र अवस्था में मिला था।
शुरुआती पूछताछ में बहू आरती ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते हुए कहा कि उसके ससुर अक्सर रात में महिलाओं को घर लाते थे, इसलिए संभावना है कि उनमें से किसी महिला ने ही उनकी हत्या की होगी। हालांकि, पुलिस की गहन पूछताछ के आगे आरती ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई और अंततः उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
जुर्म कबूलने के बाद पुलिस पूछताछ में आरती ने अपने ससुर पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा कि उसके पति जितेंद्र की मौत के बाद से ही उसके ससुर उस पर बुरी नजर रखते थे और कई बार उसके साथ अश्लील हरकतें करते थे। उसने बताया कि उसने कई बार इसका विरोध भी किया, लेकिन उसके ससुर अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। आरती ने दावा किया कि शुक्रवार शाम को भी उसके ससुर ने उसे कमरे से खींचने का प्रयास किया, जिसके बाद उसने गुस्से और हताशा में आकर उनकी हत्या करने की योजना बनाई।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब 8 बजे पाती सिंह ढाबे से खाना खाकर अपनी स्कूटी से घर लौटे थे। तभी उनका आरती और उसकी चचेरी बहन से किसी बात पर झगड़ा हो गया था। पड़ोसियों ने यह भी बताया कि उन्होंने दोनों महिलाओं को पाती सिंह को बैट से पीटते हुए देखा था। शोर सुनकर आसपास के कुछ लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन बुजुर्ग पाती सिंह अपने कमरे में चले गए और पड़ोसी भी वापस लौट गए। पुलिस को आशंका है कि रात में 8 बजे के बाद जब आसपास के लोग चले गए, तब आरती दोबारा अपने ससुर के कमरे में गई और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस ने आरती की चचेरी बहन की इस घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।
पड़ोसियों ने यह भी जानकारी दी कि रिटायर्ड अफसर पाती सिंह पहले किसी महिला के साथ घर पर रहते थे। हालांकि, बहू आरती के अपने दो बच्चों के साथ घर आने के लगभग एक महीने बाद वह महिला चली गई थी। तीन-चार दिन पहले आरती की चचेरी बहन भी यहां आई हुई थी। पड़ोसियों के अनुसार, बहू के आने के बाद से ही उसका पाती सिंह के साथ अक्सर किसी न किसी बात पर विवाद होता रहता था।
पुलिस ने बताया कि पाती सिंह को रिटायरमेंट के बाद अच्छी खासी रकम मिली थी। कविनगर स्थित उनके तीन मंजिला मकान की कीमत भी लगभग दो से तीन करोड़ रुपये आंकी जा रही है। पुलिस का मानना है कि संपत्ति विवाद इस हत्या का एक बड़ा कारण हो सकता है। इसके अलावा, ससुर के कई महिलाओं से संबंध होने की बात भी सामने आ रही है, जिससे बहू को यह डर था कि वह अपनी संपत्ति कहीं और न दे दें। पुलिस इस संभावना पर भी जांच कर रही है कि कहीं बहू पर ससुर की गलत नीयत तो नहीं थी, जिससे परेशान होकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपी बहू आरती ने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं जताया। उसने पुलिस को बताया कि वह अपने घर का सत्यानाश होते हुए देखकर बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। उसने गोविंदपुरम स्थित अपने ससुर के तीन मंजिला मकान, जिसकी कीमत लगभग डेढ़ से दो करोड़ रुपये है, का जिक्र करते हुए कहा कि उसके ससुर के कई महिलाओं से संबंध थे और रात में भी महिलाएं घर आती थीं। आरती ने बताया कि उसके पति जितेंद्र की कोरोना से मौत के बाद वह एक महीने तक अपने मायके भी रही थी, लेकिन फिर वापस आकर यहीं रहने लगी। उसने कहा कि उसे यह डर सता रहा था कि उसके ससुर कहीं अपने बैंक में जमा पैसे और मकान को किसी अन्य महिला को न दे दें। उसे यह भी लगता था कि घर का जो पैसा था, वह भी उसके ससुर के गलत कामों में बर्बाद हो रहा था। आरती ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके ससुर की उस पर भी गलत नीयत थी और इस बारे में उसने दो साल पहले अपने मायके वालों को भी बताया था। इन्हीं सब कारणों के चलते उसने अपने ससुर की हत्या कर दी। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।