गाजियाबाद: होटल पार्टनरशिप का खूनी अंत! 50 लाख के विवाद में कारोबारी राहुल डागर की गोली मारकर हत्या
दोस्तों की महफिल बनी मौत का अखाड़ा; भतीजे को भी लगी गोली, पुलिस ने 3 टीमें लगाई
Jun 2, 2025, 15:15 IST
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गाजियाबाद: रविवार रात गाजियाबाद का राजनगर एक्सटेंशन तब गोलियों की आवाज़ से दहल उठा, जब होटल कारोबार में 50 लाख रुपए के लेन-देन को लेकर हुए विवाद ने एक दोस्त को हत्यारा बना दिया। क्लासिक रेजीडेंसी सोसाइटी के पास रात करीब 10 बजे हुई इस वारदात में, सिकरोड निवासी होटल कारोबारी राहुल डागर (32) को सीने में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। राहुल का भतीजा आशीष डागर (24) भी इस गोलीबारी में पैर में गोली लगने से घायल हो गया।READ ALSO:-मेरठ की सड़कों पर 'नो-जोन' बना मज़ाक: ई-रिक्शा और ऑटो चालकों का बेखौफ आतंक!
हल्द्वानी का 'शिवा पैलेस' बना झगड़े की जड़: निजी खातों में पैसा जमा करने से भड़का विवाद
पुलिस के मुताबिक, मृतक राहुल डागर और घायल आशीष डागर समेत कुल पांच दोस्त उत्तराखंड के हल्द्वानी में 'शिवा पैलेस' नाम का होटल चलाते हैं। बाकी के साझेदारों में मनीष चौधरी, उसका भाई नागेंद्र चौधरी (रिचमंड सोसाइटी, साहिबाबाद) और रितेश बिंदल (गार्डेन सिटी) शामिल हैं। नंदग्राम थाना प्रभारी धर्मपाल सिंह ने बताया कि इन साझेदारों के बीच होटल के मुनाफे के करीब 50 लाख रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। राहुल डागर इस बात का पुरजोर विरोध कर रहे थे कि कुछ साझेदार होटल की आय को सीधे अपने निजी खातों में जमा कर रहे हैं, जबकि राहुल चाहते थे कि सारा पैसा होटल के आधिकारिक खाते में ही आए।
थाना नन्दग्राम क्षेत्रान्तर्गत राजनगर एक्सटेंशन मे कुछ युवकों के बीच गोली चलने की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई । पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा जांच पडताल की गई जिसमे यह तथ्य सामने आये है कि कुछ युवक जो आपस मे पूर्व से परिचित है उनके बीच किसी… pic.twitter.com/qzj33OGI2d
— POLICE COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@ghaziabadpolice) June 1, 2025
खाना खाने के बाद हुई खूनी झड़प: दोस्तों ने ही दागीं गोलियां
रविवार रात नंदग्राम थाना क्षेत्र के राजनगर एक्सटेंशन में ये छह दोस्त एक साथ खाना खा रहे थे। पुलिस ने बताया कि इससे पहले भी पैसों के बंटवारे को लेकर इन दोस्तों के बीच मारपीट हो चुकी थी। खाना खाने के बाद जब सब बाहर निकले, तो राहुल डागर का अपने दोस्त नागेंद्र और मोहित से फिर से होटल के पैसों को लेकर गरमागरम विवाद हो गया। देखते ही देखते कहासुनी इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई। आरोप है कि इसी दौरान नागेंद्र ने अपने दोस्त मोहित के साथ मिलकर गोली चला दी। एक गोली सीधे राहुल के सीने में जा लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी गोली राहुल के भतीजे आशीष के पैर में धंस गई, जिसे तत्काल सर्वोदय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस एक्शन मोड में: आरोपियों की धरपकड़ के लिए 3 टीमें गठित
घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी सिटी धवल जायसवाल तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि कुछ परिचित युवकों के बीच ही यह गोलीबारी हुई है, जिसमें राहुल की मौत हुई और आशीष घायल है। डीसीपी ने कहा, "आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन अलग-अलग टीमें गठित कर दी गई हैं, और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।"
हत्या से एक दिन पहले ही राहुल के खिलाफ दर्ज हुआ था केस
इस खूनी वारदात से ठीक एक दिन पहले, 31 मई को, साझेदार रितेश बिंदल ने नंदग्राम थाने में राहुल डागर और उनके बहनोई अविनाश सिरोही के खिलाफ एक चौंकाने वाला मुकदमा दर्ज कराया था। रितेश का आरोप था कि उन्होंने राहुल और अविनाश से कुल 11.60 लाख रुपए उधार लिए थे, जिसके बदले में वे 12.50 लाख रुपए वापस कर चुके हैं। इसके बावजूद, राहुल और अविनाश उन्हें मोबाइल पर अभद्रता कर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। यह मुकदमा आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक धमकी की धाराओं में दर्ज किया गया था।
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि कैसे पैसे का लालच और आपसी विवाद दोस्ती को तार-तार कर सकते हैं, और जानलेवा अंजाम तक पहुंच सकते हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़कर असली सच सामने लाने की कोशिश कर रही है।
