बिजनौर में योग की बही गंगा: 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 'एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य' का संदेश!
जिलाधिकारी जसजीत कौर की अगुवाई में इंदिरा बाल भवन में भव्य आयोजन, योग, पर्यावरण और स्वास्थ्य का अद्भुत संगम
Jun 15, 2025, 19:59 IST
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बिजनौर ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को पूरी गर्मजोशी के साथ मनाया, जिसमें 'एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य' की वैश्विक थीम गूंज उठी। इंदिरा बाल भवन का प्रांगण सुबह 6 बजे से 8 बजे तक योग प्रेमियों से गुलजार रहा, जिन्होंने स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने का संकल्प लिया।READ ALSO:-बिजनौर के नूरपुर में सेंधमारी: लाखों के बर्तन और नकदी लेकर भागे चोर, रोशनदान से घुसे; पुलिस जांच में जुटी
दीप प्रज्ज्वलन से हुआ शुभारंभ: जिलाधिकारी ने किया योग संस्थाओं का सम्मान
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मुख्य अतिथि के तौर पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्हें प्रकृति के सम्मान में एक पौधा भी भेंट किया गया। जिलाधिकारी ने जिले में योग को बढ़ावा देने में जुटी विभिन्न संस्थाओं के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने इन संस्थाओं से समाज के हर वर्ग में योग के प्रति जागरूकता फैलाने का आह्वान किया, ताकि एक स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण हो सके।
योग प्रोटोकॉल का पालन: प्रशांत महर्षि और तिलक राम ने सिखाए योगासन
योग सत्र के दौरान, प्रसिद्ध योग प्रशिक्षक प्रशांत महर्षि और तिलक राम ने उपस्थित जनसमूह को योग प्रोटोकॉल के अनुसार विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराया। प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक आसनों का अभ्यास किया, जिससे कार्यक्रम स्थल पर एक सकारात्मक और ऊर्जावान वातावरण बन गया। यह सत्र न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक शांति और एकाग्रता पर भी जोर देता दिखा।
'एक पेड़ मां के नाम': पर्यावरण संरक्षण का अनूठा संदेश
योगाभ्यास के बाद, जिलाधिकारी जसजीत कौर ने 'एक पेड़ मां के नाम' थीम के तहत वृक्षारोपण कर एक अनूठा संदेश दिया। यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि वृक्षारोपण को हमारी संस्कृति और जीवन का अभिन्न अंग बनाने पर भी जोर देती है। यह कदम 'एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य' की थीम को सार्थक करता है, जहां स्वस्थ शरीर के साथ-साथ स्वस्थ पर्यावरण भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
आयुष विभाग की महत्वपूर्ण उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण आयोजन में क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. राकेश कुमार, वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. बी.एन. द्विवेदी, डॉ. विमल कुमार, डॉ. जाहिद सहित आयुष विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी गरिमापूर्ण बना दिया और योग व पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के महत्व को रेखांकित किया।
यह आयोजन बिजनौर में योग के प्रति बढ़ती रुचि और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। क्या आप भी मानते हैं कि योग हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बनना चाहिए?
