बिजनौर की विदुर कुटी में 'योग का मेला': स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण का अनूठा संगम
210 योग साधकों ने बिखेरी ऊर्जा, 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' के संकल्प के साथ पर्यावरण बचाने का लिया प्रण
Jun 16, 2025, 23:35 IST
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बिजनौर जिला प्रभारी अनिल कुमार शर्मा खबरी लाल मीडियाI बिजनौर की पावन भूमि, भगवान विदुर की ऐतिहासिक स्थली विदुर कुटी दारानगर गंज, आज सुबह एक अद्भुत ऊर्जा केंद्र में बदल गई! यहाँ आयोजित 'योग के मेले' में 210 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने एक साथ योगाभ्यास कर स्वास्थ्य, शांति और पर्यावरण संरक्षण का अनूठा संदेश दिया। जिलाधिकारी जसजीत कौर के निर्देशन में चल रहे योग साधना सप्ताह का यह विशेष आयोजन, सूर्य की पहली किरण के साथ ही एक 'महाकुंभ' जैसा प्रतीत हुआ।READ ALSO:-💥तेहरान में धमाका LIVE! इजराइल ने ईरान की सरकारी मीडिया पर बोला हमला, न्यूज स्टूडियो में मचा कोहराम, लाइव शो छोड़कर भागी एंकर
सूर्य की आभा में योग साधना: मन और शरीर का अद्भुत तालमेल
सुबह के 6 बजे का समय था, जब सूर्य भगवान ने अपनी सुनहरी आभा बिखेरते हुए विदुर कुटी के शांत प्रांगण को अपने आगोश में ले लिया। इसी दिव्य वातावरण में, विदुर सेवा आश्रम औषधालय में 210 उत्साही योग साधकों ने एक साथ योग की विभिन्न क्रियाएं कीं। प्रशांत महर्षि और तिलक राम ने बड़े ही कुशलतापूर्वक सभी योगासनों का संचालन किया और योग के गहरे अर्थ और उसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान, 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' का संदेश हर जुबान पर था, जो सामूहिक कल्याण और प्राकृतिक संतुलन की महत्ता को दर्शाता है।
योग के साथ वृक्षारोपण: पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी
इस कार्यक्रम की खासियत सिर्फ योगाभ्यास तक सीमित नहीं थी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी एक मजबूत प्रतिबद्धता दर्शाई गई। योग साधना के समापन पर, सभी प्रतिभागियों ने वृक्षारोपण भी किया। विदुर कुटी दारानगरगंज की धरती पर पौधे लगाकर, सभी ने पर्यावरण को बचाने और उसे हरा-भरा रखने का संकल्प लिया। यह पहल दर्शाती है कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ प्रकृति का संरक्षण भी कितना आवश्यक है।
अधिकारियों और ग्रामीणों का अभूतपूर्व सहयोग
इस सफल आयोजन में डॉ. राकेश कुमार (क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी), डॉ. बी.एन. द्विवेदी और डॉ. सीमा जैसे प्रमुख अधिकारियों का विशेष योगदान रहा। उनके मार्गदर्शन और सक्रिय सहभागिता से ही यह कार्यक्रम इतनी भव्यता के साथ संपन्न हो सका। इसके अलावा, आस-पास के गाँवों से भी बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इस योग मेले में हिस्सा लिया, जिससे यह एक सच्चा सामुदायिक उत्सव बन गया। विदुर कुटी में हुआ यह आयोजन बिजनौर के लोगों के बीच स्वास्थ्य, प्रकृति और सामूहिक सद्भाव का एक नया अध्याय लिख गया है।
