बिजनौर में गूंजे जयकारे: हजारों श्रद्धालुओं के साथ निकली भगवान परशुराम की विशाल शोभायात्रा, भक्ति और उत्साह का संगम
रामलीला मैदान से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी यात्रा, परशुराम का भव्य रथ और फरसे बने आकर्षण; जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत
May 4, 2025, 19:39 IST
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बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर में आज (रविवार) भगवान परशुराम जन्मोत्सव का पर्व पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ब्राह्मण समाज द्वारा एक विशाल एवं भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। शोभायात्रा ने पूरे शहर के वातावरण को भक्तिमय बना दिया।READ ALSO:-UP में अब 'हेलमेट' नहीं, 'BIS मार्क वाला हेलमेट' ही बचाएगा! नकली पहना तो होगी FIR, योगी सरकार ले रही 'फर्जी सुरक्षा' पर कड़ा एक्शन
यह विशाल शोभायात्रा शहर के रामलीला मैदान से प्रारंभ हुई। यात्रा का मुख्य आकर्षण भगवान परशुराम का भव्य और सुसज्जित रथ रहा, जिसके पीछे हजारों की संख्या में श्रद्धालु अनुशासित तरीके से चल रहे थे। शोभायात्रा शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी।
यात्रा रामलीला मैदान से आगे बढ़ते हुए डॉक्टर मदन मोहन चौराहा, सुदामा पार्क और गणेश चौक जैसे मुख्य बिंदुओं से गुजरी और बाजार शंभा तक पहुंची। इसके बाद, शोभायात्रा घंटाघर, सदर बाजार और डाकघर चौराहे से होते हुए नगर पालिका चौराहा पहुंची। अंत में, यह सिविल लाइन और शास्त्री चौक से गुजरती हुई जजी मार्ग स्थित शहनाई मंडप पर जाकर समाप्त हुई।
शोभायात्रा के आगे चल रहे बैंड बाजों से निकलती धार्मिक और भक्तिमय धुनों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। भगवान परशुराम के वंशज माने जाने वाले समाज के युवा और पुरुष उत्साह के साथ हाथों में फरसे (भगवान परशुराम का प्रतीक) लेकर 'भगवान परशुराम की जय', 'जय जय परशुराम' और अन्य जयकारे लगा रहे थे, जिससे पूरे मार्ग में भक्ति और जोश का माहौल बना रहा। यात्रा मार्ग में शहर के निवासियों और विभिन्न समुदायों द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालुओं के लिए गर्मी को देखते हुए जगह-जगह जलपान (पानी, शरबत आदि) की व्यवस्था भी की गई थी, जिससे उन्हें काफी राहत मिली।
इस विशाल शोभायात्रा में बिजनौर शहर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी आस्था प्रकट की। शोभायात्रा में कई राजनीतिक नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे आयोजन का महत्व और बढ़ गया।
इस भव्य यात्रा की तैयारियां कई दिनों से जोर-शोर से चल रही थीं। आयोजन समिति के सदस्यों और ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर समाज के सदस्यों और अन्य लोगों को यात्रा में शामिल होने के लिए व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया था, जिसने इस आयोजन को इतना विशाल और सफल बनाया।
शोभायात्रा के पूरे मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन को सुनिश्चित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस प्रशासन ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर निकाली गई यह विशाल शोभायात्रा पूरी श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकजुटता के साथ संपन्न हुई। हजारों लोगों की भागीदारी और भव्य स्वागत ने इस आयोजन को बिजनौर शहर के लिए अविस्मरणीय बना दिया।
