दहला देने वाली क्रूरता! बिजनौर में रिटायर्ड दरोगा की बेटी से फोन पर तलाक, देवर ने किया दुष्कर्म; न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता
बिजनौर के शेरकोट में रिश्तों का कलंक, 9 साल की शादीशुदा ज़िंदगी का खौफनाक अंत; पुलिस पर धीमी कार्रवाई का आरोप
May 28, 2025, 13:32 IST
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शेरकोट, 28 मई 2025: उत्तर प्रदेश के शेरकोट स्थित मोहल्ला नौंधना से रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। एक रिटायर्ड दरोगा की बेटी, जो न्याय की आस में दर-दर भटक रही है, ने अपने पति पर फोन पर तलाक देने और देवर पर दुष्कर्म करने का जघन्य आरोप लगाया है। यह मामला न केवल क्रूरता की पराकाष्ठा है, बल्कि महिला सुरक्षा और पुलिस की जवाबदेही पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।READ ALSO:-मेरठ: 'वर्दी वाले ठगों' का आतंक! सर्राफ को चेकिंग के नाम पर लूटा, लाखों का सोना और नकदी उड़ा ले गए
9 साल की शादी का दर्दनाक अंत: फोन पर 'तलाक', फिर देवर की हैवानियत
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 9 साल पहले नूरपुर के मोहल्ला रामनगर निवासी आरिफ से हुई थी। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन 9 मई को उसके पति आरिफ ने दिल्ली से फोन कर उसे अचानक तलाक दे दिया। इस अकल्पनीय सदमे के बाद, पीड़िता पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उसका आरोप है कि पति की गैरमौजूदगी में उसके देवर आसिफ खान ने उसे चाकू की नोक पर दुष्कर्म का शिकार बनाया।
इतना ही नहीं, पीड़िता ने यह भी बताया कि इस घटना के बाद घर में मौजूद सास समीमा बानो, ससुर कासिम खान, ननद गुफराना, नंदोई अताउर्रहमान और ननद की बेटी अनम ने मिलकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की।
गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत का आरोप भी ससुराल पर
पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि यह पहली बार नहीं है जब उसे ससुराल में प्रताड़ित किया गया है। उसने एक और दिल दहला देने वाला आरोप लगाया कि एक बार जब वह गर्भवती थी, तब उसकी ननद ने उसके पेट में लात मारी थी, जिसके कारण गर्भ में ही उसके बच्चे की मौत हो गई थी। यह आरोप रोंगटे खड़े कर देने वाला है और ससुराल पक्ष की क्रूरता को उजागर करता है।
थाने में शिकायत, पर गिरफ्तारी का इंतजार: रो-रोकर बुरा हाल
पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर 12 मई को शेरकोट थाने में इन सभी गंभीर आरोपों के साथ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ससुराल पक्ष के सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि, पीड़िता का आरोप है कि इतने दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता के दो बेटे हैं। एक बेटा उसके पिता के पास है, जबकि दूसरा उसके साथ है। वह लगातार आरोपियों द्वारा मिल रही जान से मारने की धमकियों से भयभीत है और रो-रोकर उसका बुरा हाल है। पीड़िता ने पुलिस प्रशासन से आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, ताकि उसे और उसके बच्चों को न्याय मिल सके और वे सुरक्षित रह सकें।
यह घटना न केवल न्याय व्यवस्था के सामने एक बड़ी चुनौती पेश करती है, बल्कि समाज के नैतिक पतन और महिलाओं के प्रति बढ़ती क्रूरता पर भी विचार करने को मजबूर करती है। क्या इस रिटायर्ड दरोगा की बेटी को इंसाफ मिल पाएगा?
