सड़क हादसे ने छीनी इकलौती संतान: बिजनौर की इरम की दर्दनाक मौत से परिवार में कोहराम!
शेरकोट की 24 वर्षीय इरम शॉपिंग से लौटते समय बारात बस की चपेट में आई, पिता की इकलौती बेटी थी
Updated: Jun 1, 2025, 12:49 IST
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शेरकोट: शनिवार का दिन धामपुर के शेरकोट क्षेत्र के हरेवली गांव के लिए मातम लेकर आया, जब एक दर्दनाक सड़क हादसे ने 24 वर्षीय इरम की जिंदगी छीन ली। इरम अपने पिता निजामुद्दीन की इकलौती बेटी थी, और उसकी असमय मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बीएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद क्लिनिक में प्रैक्टिस कर रही इस होनहार बेटी की मौत से हरेवली गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।READ ALSO:-🗓️जून का धमाका: एलपीजी सिलेंडर सस्ता, हवाई यात्रा सस्ती और आपकी जेब से लेकर PF तक, अब सब कुछ बदलने वाला है!
शादी की ख़ुशी मातम में बदली: बारात बस ने ली जान
यह दुखद घटना उस समय हुई जब इरम, हरेवली स्थित अपने क्लिनिक की महिला डॉक्टर और स्टाफ के एक युवक के साथ अफजलगढ़ से शॉपिंग करके घर लौट रही थी। शाम का समय था और वे हरेवली बैराज के पास भगौता मार्ग पर थे। तभी कुराली गांव से आ रही एक बारात बस से उनकी जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि इरम गंभीर रूप से घायल हो गई।
अस्पताल पहुंचने से पहले ही तोड़ दिया दम
हादसे के तुरंत बाद, गंभीर रूप से घायल इरम को पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत नाजुक होने के कारण उसे तुरंत धामपुर रेफर कर दिया गया। दुर्भाग्यवश, धामपुर पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इरम के परिजनों और परिचितों के लिए यह खबर किसी वज्रपात से कम नहीं थी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: बस जब्त, चालक हिरासत में
इस दुखद घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से दुर्घटनाग्रस्त बारात बस को अपने कब्जे में ले लिया है और बस के चालक को भी हिरासत में ले लिया है। पुलिस और मृतका के शोकाकुल परिजनों के बीच आगे की कानूनी कार्रवाई को लेकर बातचीत चल रही है। परिवार, जिसने अपनी इकलौती बेटी को खो दिया है, अब न्याय की गुहार लगा रहा है।
इरम की मौत ने न केवल उसके परिवार के सपनों को तोड़ दिया है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सड़क हादसों को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की ज़रूरत है?
