राकेश टिकैत को धमकी का मामला गरमाया: बिजनौर में भाकियू का देर रात कोतवाली पर हल्ला बोल, धरने से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप

 FIR दर्ज न होने पर आगबबूला हुए किसान, दी प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी; सिटी कोतवाल ने संभाला मोर्चा
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BIJNOR
बिजनौर: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत को आगरा निवासी एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तूल पकड़ता जा रहा है। इसी कड़ी में, रविवार देर रात बिजनौर में भाकियू कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने सीधे कोतवाली शहर का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों की मांग थी कि राकेश टिकैत को धमकी देने वाले आगरा निवासी अमित कुमार (संभवतः अमित चौधरी) के खिलाफ तत्काल गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।READ ALSO:-बिजनौर ब्रेकिंग: धामपुर के कृष्णा अस्पताल में 'आपसी रण', सांसद प्रतिनिधि और स्टाफ में जमकर मारपीट! वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप

 

कोतवाली में देर रात तक चला हाई वोल्टेज ड्रामा:
जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी के नेतृत्व में भारी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और गाड़ियों से पहुंचे किसान सीधे कोतवाली शहर पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी पीड़ा बताई और राकेश टिकैत को मिली धमकी के संबंध में नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने का आग्रह किया।

 

हालांकि, शुरुआती जानकारी के अनुसार, कोतवाली पुलिस द्वारा तत्काल FIR दर्ज करने में कथित तौर पर आनाकानी की गई, जिससे किसानों का गुस्सा और भड़क उठा। खाकी के इस रवैये से नाराज होकर भाकियू कार्यकर्ता कोतवाली परिसर के भीतर ही फर्श पर बैठ गए और अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी। इस दौरान किसानों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की।

 

पुलिस प्रशासन को सीधी चेतावनी:
धरने पर बैठे किसानों ने स्पष्ट शब्दों में पुलिस प्रशासन को चेतावनी दी। भाकियू नेताओं ने कहा कि अगर अविलंब आरोपी अमित कुमार (अमित चौधरी) के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और उसे गिरफ्तार नहीं किया गया तो भारतीय किसान यूनियन पूरे उत्तर प्रदेश में बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने दो टूक कहा कि इसके बाद जो भी स्थिति उत्पन्न होगी, उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सीधे तौर पर पुलिस प्रशासन की होगी। किसानों के इस कड़े रुख से कोतवाली में मौजूद पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।

 

सिटी कोतवाल ने संभाली कमान, शुरू हुई मान-मनौव्वल:
मामले की गंभीरता को देखते हुए और देर रात कोतवाली पर भारी संख्या में किसानों के जमावड़े की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाल राकेश वशिष्ठ तत्काल मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे किसानों को समझाने-बुझाने का प्रयास शुरू किया और उनसे वार्ता की। कोतवाल ने किसानों की मांगों को सुना और नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया, हालांकि किसान तत्काल FIR दर्ज करने पर अड़े रहे।

 

धरने में जिलाध्यक्ष सोनू चौधरी के अलावा भारतीय किसान यूनियन के कई वरिष्ठ और युवा नेता मौजूद रहे, जिनमें मुख्य रूप से वीरेंद्र सिंह, विनीत चौधरी, महावीर सिंह, राहुल चौधरी और कार्तिक बालियान शामिल थे। इन सभी नेताओं ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग दोहराई और जब तक मुकदमा दर्ज नहीं होता तब तक धरना जारी रखने की बात कही।

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फिलहाल, देर रात तक कोतवाली में पुलिस और किसानों के बीच गहमा-गहमी का माहौल बना रहा। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और क्या किसानों का धरना समाप्त होता है या फिर यह मामला और अधिक तूल पकड़ता है। पूरे प्रदेश की निगाहें अब बिजनौर कोतवाली पर टिकी हुई हैं।
SONU

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