बिजनौर में ईद-उल-अजहा की तैयारियां: प्रशासन की 'शांति-मंत्रणा', DM की सख्त हिदायतें!

 त्योहार से पहले बिजनौर में धर्मगुरुओं के साथ बैठक, डीएम जसजीत कौर ने दिए निर्देश: खुले में कुर्बानी नहीं, तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें; शांति भंग करने वालों पर होगी कार्रवाई!
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DM BIJNOR
बिजनौर, 31 मई: बिजनौर में 7 जून को मनाए जाने वाले ईद-उल-अजहा, जिसे आमतौर पर बकरीद के नाम से जाना जाता है, की तैयारियां जोरों पर हैं। त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है। इसी क्रम में, जिलाधिकारी जसजीत कौर ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिले भर के प्रमुख धर्मगुरुओं के साथ एक महत्वपूर्ण शांति व्यवस्था बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि बिजनौर में भाईचारा और अमन-चैन बरकरार रहे।READ ALSO:-बिजनौर में आदमखोर तेंदुए का आतंक खत्म! शेरकोट के हरेवली में 'आदमखोर' तेंदुआ पिंजरे में, ग्रामीणों ने ली चैन की सांस

 

सोशल मीडिया पर 'नो-शो': तस्वीरों से बचें, भावनाएं न भड़काएं
जिलाधिकारी जसजीत कौर ने बैठक में धर्मगुरुओं से एक अत्यंत महत्वपूर्ण अपील की। उन्होंने कहा कि कुर्बानी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा न करें। इस अपील के पीछे का मकसद स्पष्ट है: किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत होने से बचाना और अनावश्यक विवादों को जन्म लेने से रोकना। प्रशासन का मानना है कि सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरों के वायरल होने से कई बार गलतफहमी और तनाव का माहौल बन सकता है, जिससे बचना बेहद जरूरी है।

 


खुले में कुर्बानी पर 'नो-एंट्री': पर्दे में होगी पवित्रता
बकरीद पर कुर्बानी के तरीके को लेकर भी प्रशासन ने कुछ ठोस निर्देश जारी किए हैं। अब खुले में कुर्बानी की अनुमति नहीं होगी। यह अनिवार्य होगा कि कुर्बानी के लिए पर्दे की उचित व्यवस्था की जाए। यह कदम न केवल सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता और व्यवस्था बनाए रखने के लिए है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि कुर्बानी की प्रक्रिया मर्यादापूर्ण ढंग से हो।

 

अवशेष निपटान: स्वच्छता और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान
कुर्बानी के बाद बचे अवशेषों के वैज्ञानिक और स्वच्छ निपटान पर विशेष जोर दिया गया है। नगर निकायों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे गहरे गड्ढे खोदकर अवशेषों का सही तरीके से निपटान करें। इसके साथ ही, अवशेषों के परिवहन के दौरान उन्हें पूरी तरह ढककर ले जाना अनिवार्य होगा ताकि रास्ते में किसी प्रकार की गंदगी न फैले और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न न हों। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि त्योहार के दौरान कोई नई परंपरा शुरू नहीं की जाएगी, जिससे किसी भी प्रकार का विवाद या अशांति फैले।

 

सुविधाओं का चक्रव्यूह: बिजली, पानी, सफाई की फुल प्रूफ व्यवस्था
प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि त्योहार के दौरान आम जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि बिजली, पानी और सफाई की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह कदम नागरिकों को निर्बाध रूप से त्योहार मनाने में मदद करेगा।

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प्रशासनिक अमला और धर्मगुरु एकजुट: बिजनौर में अमन की पैरोकार
इस शांति बैठक में जिलाधिकारी जसजीत कौर के साथ पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, अपर जिलाधिकारी विनय कुमार सिंह और वान्या सिंह, पुलिस अधीक्षक संजीव वाजपेई, और विनय कुमार सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं की गरिमामयी उपस्थिति ने इस बैठक को और भी सार्थक बना दिया। यह एक स्पष्ट संदेश है कि बिजनौर प्रशासन और समाज दोनों ही शांति और सौहार्द के साथ त्योहार मनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 

बिजनौर प्रशासन की यह सक्रिय पहल निश्चित रूप से ईद-उल-अजहा के त्योहार को शांतिपूर्ण और खुशी के माहौल में संपन्न कराने में सहायक होगी।
SONU

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