दहेज नहीं, 'इश्क' बना जान का दुश्मन: बिजनौर में पति की हत्या, पत्नी और उसके आशिक ने रची खूनी साजिश

 हैरान कर देने वाली वारदात का खुलासा, अंगूठी ने बेनकाब किया बेवफाई का काला खेल; पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए हत्यारे
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KIRATPUR

रिपोर्टर शकील अहमद बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के किरतपुर इलाके से एक दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पत्नी के अवैध प्रेम संबंध ने उसके पति की जान ले ली। पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक ऐसी खौफनाक साजिश को अंजाम दिया, जिसका पर्दाफाश पुलिस की सूझबूझ और एक छोटी सी सोने की अंगूठी ने किया।READ ALSO:-दिल्ली से मोदीपुरम 1 घंटे से कम में: नमो भारत कॉरिडोर पर अंतिम चरण का कार्य तेज़, इसी साल जल्द दौड़ेगी देश की पहली सेमी हाई स्पीड रीजनल ट्रेन

जंगल में गूंजी गोलियां: दहशत और एक गुमनाम लाश
यह दिल दहला देने वाली वारदात 28 अप्रैल की शाम को हुई। किरतपुर के पास स्थित जंगल में काम कर रहे किसानों ने अचानक लगातार पांच राउंड फायरिंग की आवाज सुनी, जिससे पूरा इलाका सहम गया। फायरिंग के तुरंत बाद दो युवक तेजी से एक बाइक पर सवार होकर मौके से फरार होते दिखाई दिए। शाम ढलने के बाद जब कुछ लोग जंगल में गए, तो वहां खून से लथपथ एक शव पड़ा मिला। शव की हालत इतनी भयावह थी कि शुरुआत में उसकी शिनाख्त करना मुश्किल हो रहा था। अज्ञात हमलावरों ने बेहद निर्ममता से हत्या को अंजाम दिया था। मृतक के शरीर पर पांच गोलियों के गहरे निशान थे और कई जगह धारदार हथियार (चाकू) से भी वार किए गए थे। यह साफ था कि हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी।

 

पुलिस के लिए चुनौती और जांच का सफर
पुलिस के लिए यह एक ब्लाइंड मर्डर का मामला था, जिसमें न तो मृतक की पहचान हो पा रही थी और न ही हमलावरों का कोई सुराग था। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। शव की शिनाख्त के प्रयास किए गए और घटनास्थल के आसपास से सुराग जुटाने की कोशिश की गई। पुलिस की टीम ने तकनीकी मदद ली और मोबाइल सर्विलांस को एक्टिव किया। इसी दौरान पुलिस को कुछ संदिग्ध गतिविधियों और कॉल डिटेल्स के जरिए मामले की कड़ी मिलनी शुरू हुई।

 


7 साल का रिश्ता, 5 साल का अवैध प्रेम: बेवफाई की खूनी दास्तान
पुलिस जांच आगे बढ़ी तो मृतक की पहचान फारूक के रूप में हुई। फारूक के बारे में जानकारी जुटाते हुए पुलिस उसकी निजी जिंदगी तक पहुंची। पता चला कि फारूक का निकाह करीब सात साल पहले अमरीन नाम की युवती से हुआ था, जो गाजियाबाद की रहने वाली थी। फारूक और अमरीन के दो बच्चे भी थे - एक चार साल की बेटी और एक दो साल का मासूम बेटा।

 

हैरान करने वाला खुलासा यह हुआ कि शादीशुदा अमरीन का पिछले पांच साल से पड़ोस में ही रहने वाले मेहरबान नाम के एक युवक से चोरी-छिपे प्रेम प्रसंग चल रहा था। पति फारूक को अपनी पत्नी के इस नाजायज रिश्ते के बारे में जानकारी मिल गई थी। इसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच घर में आए दिन कलेश और झगड़े होते रहते थे।

 

अमरीन अपने प्रेमी मेहरबान के प्यार में इस कदर अंधी हो गई थी कि वह किसी भी कीमत पर उसे खोना नहीं चाहती थी। पति फारूक उसके और मेहरबान के रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा बन चुका था। इसी अंधी मोहब्बत और धोखेबाजी ने अमरीन को इतना शातिर बना दिया कि उसने अपने प्रेमी मेहरबान के साथ मिलकर अपने सुहाग को ही उजाड़ने की साजिश रच डाली।

 

अंगूठी: 'प्यार की निशानी' जो बनी मौत के राज का सुराग
पुलिस की जांच में यह भी परत खुली कि हत्या की साजिश रचने के दौरान पत्नी अमरीन ने अपने प्रेमी मेहरबान को 'प्यार की निशानी' के तौर पर एक सोने की अंगूठी दी थी। यह अंगूठी बाद में पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग साबित हुई।

 

साजिश के तहत, 28 अप्रैल की शाम लगभग 4 से 5 बजे के बीच, मेहरबान और उसके साथी उमर ने फारूक को घर से बुलाया। वे उसे बाइक पर बैठाकर घुमाने के बहाने ले गए। पूर्वनियोजित योजना के अनुसार, वे फारूक को सुनसान जंगल में ले गए और वहां पहुंचते ही मेहरबान और उमर ने मिलकर उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और चाकू से भी कई वार किए। फारूक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और दोनों हत्यारे वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।

 

पुलिस की घेराबंदी, मुठभेड़ और कातिलों की गिरफ्तारी
पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर हत्यारों - मेहरबान और उमर की लोकेशन ट्रेस कर ली। कत्ल की वारदात की रात ही पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी की। खुद को घिरा देखकर बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की।

 

पुलिस मुठभेड़ में मुख्य आरोपी मेहरबान और उसका साथी उमर दोनों घायल हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी के भी घायल होने की खबर है।

 

पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा, कारतूस, वारदात में प्रयुक्त बाइक और सबसे महत्वपूर्ण, वही सोने की अंगूठी बरामद की, जो अमरीन ने मेहरबान को दी थी। अंगूठी की बरामदगी और आरोपियों से हुई पूछताछ ने पूरे मामले से पर्दा उठा दिया और पत्नी अमरीन की साजिश में सीधी भागीदारी की पुष्टि हो गई।

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कातिल पत्नी भी पहुंची सलाखों के पीछे
हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मृतक फारूक की पत्नी अमरीन को भी हिरासत में ले लिया। पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है और मामले से जुड़े अन्य तथ्यों को खंगाल रही है। पुलिस के अनुसार, पत्नी अमरीन के खिलाफ भी हत्या की साजिश रचने और उसमें शामिल होने के गंभीर आरोप में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

 

इस पूरे मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अवैध रिश्ते किस हद तक इंसान को अंधा बना सकते हैं और रिश्तों का खून करवा सकते हैं। इस वारदात ने सात साल के रिश्ते और दो मासूम बच्चों के भविष्य पर एक काला साया डाल दिया है।
SONU

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