बिजनौर में आधी रात को फिल्मी ड्रामा! पुलिस की गोली से घायल हुए शातिर बदमाश, चार दबोचे, लाखों का माल बरामद

सपेरे बनकर करते थे लूटपाट, मंदिर के साधु की मौत से भी जुड़ा कनेक्शन; पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी 
 | 
BIJNOR
बिजनौर, नांगल सोती। सोमवार देर रात बिजनौर की सड़कों पर पुलिस और बदमाशों के बीच किसी एक्शन फिल्म जैसा नजारा देखने को मिला। नांगल सोती थाना क्षेत्र के सबलपुर बीतरा में मालन नदी की नहर पुलिया पर पुलिस और स्वाट टीम की बदमाशों से सीधी मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में दो कुख्यात बदमाशों के पैर में गोली लगी और पुलिस ने उन्हें तुरंत दबोच लिया। कुल मिलाकर, इस बड़े ऑपरेशन में चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि गिरोह के दो अन्य सदस्य और उनका एक सर्राफ साथी अभी भी फरार हैं। इस मुठभेड़ से लूट और चोरी की दर्जनों वारदातों को अंजाम देने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।READ ALSO:-बिजनौर: नाबालिग से दुष्कर्म और जबरन शादी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने कसा शिकंजा!

 

एनकाउंटर का पूरा घटनाक्रम
पुलिस को सूचना मिली थी कि मालन नदी की नहर पुलिया के पास कुछ बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही नांगल पुलिस, स्वाट और सर्विलांस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी की योजना बनाई। जैसे ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची, बदमाशों ने बिना किसी चेतावनी के फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी गोलीबारी की। इस दौरान पुलिस की गोली से दो बदमाशों - शाकिब (पुत्र मेंहदी, निवासी सपेरी बस्ती गंज, शहर कोतवाली) और शिवकुमार (पुत्र अशोक, निवासी बुडगरा) के पैर में गोली लग गई। गोली लगने से घायल हुए इन दोनों बदमाशों के साथ उनके दो अन्य साथी सुमेरा (पुत्र तिलकराम उर्फ तिलका, निवासी फैजीपुर सलेमपुर, थाना हीमपुर दीपा) और सूरज (पुत्र अशोक उर्फ अमरनाथ, निवासी बुडगरा, थाना किरतपुर) को भी पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया।

 

बरामदगी और खुलासे: सपेरे बनकर करते थे चोरी
गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस को दो तमंचे, बड़ी संख्या में कारतूस, भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण और तीन हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं। पूछताछ में बदमाशों ने जो खुलासे किए, वे चौंकाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वे सपेरे होने का ढोंग करते थे और जगह-जगह डेरा डालकर रहते थे। इसी आड़ में वे बिजनौर और आसपास के जिलों में चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। उन्होंने बताया कि वे इतनी घटनाएं कर चुके हैं कि उन्हें सारी याद भी नहीं हैं।

 

मंदिर के साधु की मौत से भी जुड़ा कनेक्शन!
इस गिरोह का आपराधिक रिकॉर्ड बेहद लंबा है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार बदमाशों ने हाल ही में दो दिन पहले गांव महमसापुर में दो महिलाओं के कुंडल लूटे थे और एक घर से बाइक और नगदी चोरी की थी। लेकिन, सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ कि करीब एक साल पहले गांव महमसापुर में एक मंदिर के साधु पर जानलेवा हमला भी इसी गिरोह ने किया था, जिसकी वजह से बाद में उनकी मौत हो गई थी। इन सभी बदमाशों पर लूट, चोरी और जानलेवा हमले सहित एक दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

 

फरार हैं दो बदमाश और एक सर्राफ, तलाश जारी
पुलिस ने बताया कि इस बड़े गिरोह के दो अन्य सदस्य – शहर कोतवाली के गांव सपेरी बस्ती गंज निवासी परमेश्वरी (पत्नी अशोक) और शाकिब (पुत्र मेंहदी) – साथ ही चोरी का माल खरीदने वाला सर्राफ दीपक गोयल (पुत्र तिलकराम) अभी भी फरार हैं। पुलिस इनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।

 OMEGA

मंगलवार को गिरफ्तार किए गए सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार, स्वाट प्रभारी सचिन मलिक और मीर हसन जैसे जांबाज अधिकारी शामिल रहे, जिन्होंने इस बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया।
SONU

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।