बिजनौर में कांग्रेस पार्टी ने संगठन को नई दिशा दी, हैनरीता राजीव सिंह को जिला अध्यक्ष और हुमायूं बेग को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया
दलित और सामाजिक समीकरणों पर जोर, पूर्व मंत्री की पुत्रवधू को मिली कमान, लंबे समय से जुड़े हुमायूं बेग को शहर की जिम्मेदारी, समर्थकों में जश्न
Mar 21, 2025, 14:01 IST
|

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन को एक नई दिशा देने के प्रयास के तहत महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। पार्टी ने गुरुवार को जिला और शहर स्तर पर नए अध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की। इस बदलाव के तहत, हैनरीता राजीव सिंह को बिजनौर जिले का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी हुमायूं बेग को सौंपी गई है।READ ALSO:-मेरठ कांग्रेस में नई जान: रंजन शर्मा बने महानगर अध्यक्ष, गौरव भाटी को मिली जिलाध्यक्ष की कमान
कांग्रेस पार्टी ने इस बार संगठन के नेतृत्व का चयन करते समय जातीय और सामाजिक समीकरणों को विशेष रूप से ध्यान में रखा है। नव नियुक्त जिला अध्यक्ष हैनरीता राजीव सिंह दलित समुदाय से आती हैं, जो कि पार्टी की एक महत्वपूर्ण रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। वह एक राजनीतिक रूप से प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखती हैं; वह पूर्व मंत्री ओमवती देवी और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी आर के सिंह की पुत्रवधू हैं। हैनरीता राजीव सिंह पहले नगीना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुकी हैं, जिससे उन्हें चुनावी राजनीति का भी अनुभव है। उन्होंने जिला अध्यक्ष के पद पर शेरबाज पठान की जगह ली है।
वहीं, शहर अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए हुमायूं बेग कांग्रेस संगठन के साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं। वह पार्टी के एक निष्ठावान कार्यकर्ता माने जाते हैं और उन्होंने हमेशा पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को मजबूती से आगे बढ़ाया है। उनकी नियुक्ति को पार्टी में उनके लंबे अनुभव और समर्पण का सम्मान माना जा रहा है।
इन नई नियुक्तियों की घोषणा के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। दोनों ही नेताओं के समर्थकों ने इस अवसर पर मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया और जश्न मनाया। उन्हें उम्मीद है कि यह नया नेतृत्व पार्टी को जिले में और अधिक मजबूत बनाने में सहायक होगा।
कांग्रेस पार्टी का मानना है कि इन नए चेहरों के साथ संगठन को एक नई ऊर्जा मिलेगी और इससे आने वाले चुनावों में पार्टी को निश्चित रूप से फायदा होगा। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी अपने संगठन को जमीनी स्तर पर फिर से मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है, और बिजनौर में यह बदलाव इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि नए अध्यक्षों के नेतृत्व में वे जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने में सफल होंगे।