बिजनौर में DM ने स्कूलों की सुरक्षा और शिक्षा गुणवत्ता पर दिए सख्त निर्देश: अब बच्चे सीखेंगे चेस, गुलदार से बचाव के गुर!

 बेसिक शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदारी, सरकारी स्कूलों को निजी से बेहतर बनाने पर जोर, वृक्षारोपण में भी भूमिका
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BIJNOR
बिजनौर में जिला अधिकारी जसजीत कौर ने शिक्षा के क्षेत्र में दोहरी रणनीति पर काम करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई जिला स्तरीय टास्क फोर्स और जनपद स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में DM ने न केवल स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा, खासकर गुलदार के हमलों से बचाव पर महत्वपूर्ण निर्देश दिए, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्रों को शतरंज जैसी गतिविधियों से जोड़ने पर भी जोर दिया।READ ALSO:-बिजनौर में 2 करोड़ की ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़: रिटायर्ड नौसेना अधिकारी से ठगे थे शेयर के नाम पर रुपये, 6 ठग गिरफ्तार!

 

सुरक्षा पहला कदम: गुलदार से बचाव के 'सुरक्षा सूत्र'
बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, जिलाधिकारी जसजीत कौर ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को खास निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को गुलदार के हमलों से बचाव के लिए जागरूक करना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए, स्कूलों में बच्चों को सिखाया जाएगा कि वे अकेले स्कूल न आएं-जाएं, खासकर ग्रामीण और जंगली इलाकों में, और रात में अगर घर से बाहर निकलना पड़े, तो टॉर्च का इस्तेमाल ज़रूर करें। यह कदम बच्चों को संभावित खतरों से बचाने में मदद करेगा।

 

शिक्षा में 'माइंड गेम': अब स्कूलों में बच्चे खेलेंगे शतरंज!
शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक अभिनव पहल की गई है। DM ने सभी स्कूलों में शतरंज को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया है। इसके तहत, जिला स्तर पर शतरंज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा और कक्षावार बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम छात्रों की तार्किक सोच और एकाग्रता को बढ़ावा देने में सहायक होगा।

 

इसके साथ ही, कस्तूरबा गांधी विद्यालयों से हाई स्कूल उत्तीर्ण छात्राओं की शैक्षिक प्रगति पर विशेष ध्यान देने को भी कहा गया है, ताकि वे आगे भी अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।

 

सरकारी स्कूल होंगे 'निपुण': प्राइवेट से बेहतर शिक्षा का लक्ष्य
बैठक में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने पर भी विशेष जोर दिया गया। खंड शिक्षा अधिकारियों (BEO) को नियमित रूप से विद्यालयों का दौरा कर गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। 'निपुण भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर निजी स्कूलों से बेहतर बनाने पर जोर दिया गया है।

 

DM ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने, छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और मिड-डे मील की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए।

 

हरियाली की जिम्मेदारी: वृक्षारोपण अभियान में भी शिक्षा विभाग
आगामी वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी शिक्षा विभाग को एक महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है। स्कूलों और उनके आसपास की खाली भूमि पर पौधे लगाने के साथ-साथ ग्रामीणों को वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जागरूक करने की जिम्मेदारी भी शिक्षा विभाग को दी गई है।

 OMEGA

इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेन्द्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी दमनप्रीत अरोड़ा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। DM जसजीत कौर के ये निर्देश बिजनौर में शिक्षा के परिदृश्य को बदलने और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित व उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकते हैं।
SONU

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