नहटौर में जिंदगी और मौत के बीच झूलती महिला को गोताखोर ने दी नई जिंदगी: 'किसी ने धक्का दिया' वाले बयान पर पुलिस हैरान!
अंतिम पल में जान बचाने का अद्भुत साहस, क्या आत्महत्या का प्रयास था या साजिश? पुलिस उलझी
Jun 6, 2025, 19:52 IST
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बिजनौर, [06/06/2025]: बिजनौर जिले के नहटौर में गंगन नदी पुल पर गुरुवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक महिला ने अचानक नदी में छलांग लगा दी। राहगीरों की चीख-पुकार और शोर के बीच, देवदूत बनकर आए एक स्थानीय गोताखोर मोहम्मद चांद ने अपनी जान की परवाह न करते हुए उफनती नदी में छलांग लगा दी और डूबती हुई महिला को मौत के मुँह से खींच निकाला। चांद की बहादुरी और त्वरित कार्रवाई ने न केवल एक जान बचाई, बल्कि इंसानियत की मिसाल भी कायम की।READ ALSO:-बिजनौर: मां के सामने आवारा कुत्तों के झुंड ने नोच डाली 6 साल की मासूम, दिल दहला देने वाली घटना से दहला इलाका
पुल से कूदने का नाटकीय घटनाक्रम
दोपहर के समय नहटौर स्थित गंगन नदी पुल से गुजर रहे लोगों ने देखा कि एक महिला अचानक पुल की रेलिंग पार कर नदी में कूद गई। महिला को पानी में गिरते देख वहाँ मौजूद लोगों ने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद गोताखोर मोहम्मद चांद ने एक पल भी नहीं गंवाया। उन्होंने तुरंत नदी में छलांग लगाई और गहरे पानी में डूब रही महिला तक पहुँचने में कामयाब रहे। कड़ी मशक्कत के बाद चांद महिला को सकुशल बाहर निकाल लाए।
'दवाई लेने आई थी, किसी ने धक्का दिया' - महिला का बयान
गोताखोर और राहगीरों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाली गई महिला ने अपनी पहचान तेलीपुरा निवासी ज्योति के रूप में बताई। होश में आने पर जब पुलिस ने उससे नदी में कूदने का कारण पूछा, तो ज्योति का बयान चौंकाने वाला था। उसने कहा कि वह दवाई लेने आई थी और उसे अचानक ऐसा महसूस हुआ कि किसी ने उसे पुल से धक्का दे दिया।
पुलिस जांच में जुटी: आत्महत्या या दुर्घटना?
ज्योति के बयान ने मामले को और भी रहस्यमय बना दिया है। राहगीरों की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुँची पुलिस टीम ने महिला को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अब इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि क्या ज्योति ने जानबूझकर आत्महत्या का प्रयास किया था, या फिर उसके "किसी ने धक्का दिया" वाले बयान में कोई सच्चाई है। पुलिस पुल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और महिला के परिवार से भी संपर्क कर आगे की जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
गोताखोर मोहम्मद चांद ने बताया, "अगर मैं कुछ देर और करता तो महिला की जान बचाना मुश्किल हो जाता। वह पानी में काफी अंदर चली गई थी।" चांद की सूझबूझ और तत्परता ने आज एक परिवार को बड़े सदमे से बचा लिया। यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि समाज में ऐसे निस्वार्थ लोग मौजूद हैं जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने से भी नहीं डरते।
क्या ज्योति का यह बयान कि 'किसी ने उसे धक्का दिया' किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है, या यह केवल मानसिक भ्रम था? पुलिस की जांच के बाद ही इस रहस्य से पर्दा उठ पाएगा।
