उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने बिजनौर में धर्मपाल सिंह की माता जी को दी श्रद्धांजलि
गंगा बैराज पर उमड़ा भाजपा का शीर्ष नेतृत्व, प्रदेश अध्यक्ष से लेकर सांसद-मंत्री तक ने व्यक्त की संवेदनाएं
Jul 6, 2025, 17:22 IST
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बिजनौर: उत्तर प्रदेश के भाजपा संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह की माता जी, स्वर्गीय भगवती देवी के निधन पर आज गंगा बैराज पर शोक का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक सहित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने यहाँ पहुंचकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। यह क्षण भाजपा परिवार की एकजुटता और धर्मपाल सिंह के प्रति सम्मान को दर्शाता है।READ ALSO:-मेरठ में गेल गैस का सुरक्षा अभियान: आपके घर की सुरक्षा आपके हाथ! गंगानगर में गृहणियों को दी गैस सुरक्षा की अहम जानकारी
अंतिम संस्कार में शीर्ष नेताओं की उपस्थिति
स्वर्गीय भगवती देवी के अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल थे, जिन्होंने दुख की इस घड़ी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई:
स्वर्गीय भगवती देवी के अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल थे, जिन्होंने दुख की इस घड़ी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई:
- भूपेंद्र चौधरी: उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष।
- सत्येंद्र सिंह: क्षेत्रीय अध्यक्ष।
- चंदन चौहान: बिजनौर के सांसद।
- कपिल देव अग्रवाल: बिजनौर के प्रभारी मंत्री।
- अशोक कटारिया: एमएलसी।
@Shakeel57767846 उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने बिजनौर में धर्मपाल सिंह की माता जी को दी श्रद्धांजलि
— MK Vashisth (@vadhisth) July 6, 2025
गंगा बैराज पर उमड़ा जनसैलाब: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारी अंतिम संस्कार में हुए शामिल pic.twitter.com/9T256EQxdb
इन प्रमुख हस्तियों के अतिरिक्त, बिजनौर की जिलाधिकारी श्रीमती जसजीत कौर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, और जिले के अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे। पूर्व गन्ना राज्य मंत्री सुरेश राणा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई सांसद, मंत्रीगण, और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं भाजपा कार्यकर्ता भी इस शोक सभा में शामिल होकर धर्मपाल सिंह के साथ खड़े दिखे।
सभी उपस्थित लोगों ने स्वर्गीय भगवती देवी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। यह दुखद अवसर राजनीति से परे मानवीय संवेदनाओं और आपसी सम्मान का प्रतीक बन गया।
