गुंडागर्दी की हदें पार! टोल मांगने पर किसान यूनियन नेता ने टोल प्लाजा का बूम तोड़ा और साथ ले गया
दिल्ली-पौड़ी हाईवे पर दिनदहाड़े बवाल, CCTV में कैद हुई वारदात; पुलिस जांच में जुटी
May 31, 2025, 16:12 IST
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बिजनौर, उत्तर प्रदेश: बिजनौर में दिल्ली-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भनेड़ा टोल प्लाजा पर दिनदहाड़े गुंडागर्दी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। टोल कर्मचारियों द्वारा टोल फीस मांगने पर एक कार सवार, जिसने खुद को भारतीय किसान यूनियन का पदाधिकारी बताया, ने न सिर्फ हंगामा किया बल्कि टोल बूथ का बूम तोड़कर उसे अपनी कार में रखकर फरार हो गया। यह पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे में साफ कैद हो गई है, जिसके आधार पर टोल मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।READ ALSO:-दहला देने वाली घटना: बिजनौर में कोचिंग जा रही छात्रा से ई-रिक्शा चालक ने अगवा कर किया दुष्कर्म, वीडियो बनाकर दी खौफनाक धमकी!
क्या हुआ टोल प्लाजा पर?
यह घटना शुक्रवार दोपहर की है। नजीबाबाद से किरतपुर की तरफ आ रही एक कार जब भनेड़ा टोल प्लाजा के बूथ संख्या-16 पर पहुंची, तो वहां तैनात टोल बूथ कर्मचारी नागेंद्र और रानू चौधरी ने कार सवार से नियमानुसार टोल फीस मांगी।
इस पर कार चालक ने कर्मचारियों को बताया कि वह भारतीय किसान यूनियन का पदाधिकारी है। टोलकर्मियों ने जब उनसे यूनियन का पास दिखाने को कहा, तो चालक ने गाड़ी को बूम तक आगे बढ़ाया। तभी कार में पीछे की सीट पर बैठा एक व्यक्ति अचानक कार से उतरा और टोल बूथ पर लगा बूम तोड़कर उसे अपनी कार में रखकर तेजी से मौके से चला गया।
CCTV में कैद हुई पूरी घटना, मैनेजर ने दी तहरीर
यह हैरान कर देने वाली वारदात टोल बूथ पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी तरह से रिकॉर्ड हो गई है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि कैसे बिना किसी डर के आरोपी ने बूम को तोड़ा और उसे अपने साथ ले गया।
भनेड़ा टोल प्लाजा के मैनेजर सचिन शर्मा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को तहरीर दी है और आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया: 'बातचीत चल रही है'
इस मामले में थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने बताया है कि दोनों पक्षों के बीच फिलहाल बातचीत चल रही है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इस तरह के सार्वजनिक नुकसान और गुंडागर्दी के मामले में पुलिस की 'बातचीत' किस स्तर पर है और आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना सड़कों पर टोल मांगने वाले कर्मचारियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और कानून तोड़ने की प्रवृत्ति को उजागर करती है। देखना होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या ठोस कदम उठाती है।
