बिजनौर हल्दौर में विभिन्न मांगों को लेकर BKU ने किया प्रदर्शन, आक्रोशित किसान थाने में धरने पर बैठे, पुलिस से तीखी नोंकझोंक
बिजनौर के हल्दौर में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर झूठे मुकदमे दर्ज करने और किसानों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना से संबंधित मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
Feb 28, 2025, 18:42 IST
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बिजनौर के हल्दौर में पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने आदि मांगों को लेकर भाकियू टिकैत कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर थाने पहुंचे। थाने पहुंचने पर पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया। इस पर आक्रोशित किसानों व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। किसान अपनी मांगों को लेकर थाना परिसर में बैठ गए और धरना शुरू कर दिया। READ ALSO:-उत्तराखंड के चमोली में एवलांच से तबाही, 57 मजदूर फंसे, बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में तापमान शून्य से नीचे
- आयोजन: भाकियू टिकैत कार्यकर्ताओं द्वारा रैली और धरना।
- नेतृत्व: प्रदेश महासचिव ठाकुर राम अवतार सिंह।
- स्थान: हल्दौर थाना, बिजनौर।
कारण:
- पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करना।
- कृषि कार्य के लिए जाते समय किसानों के वाहनों का चालान करना।
- पुलिस द्वारा किसानों की मांगों पर ध्यान न देना।
शुक्रवार को भाकियू टिकैत गुट के कार्यकर्ता प्रदेश महासचिव ठाकुर राम अवतार सिंह के नेतृत्व में रेलवे फाटक पर एकत्र हुए। अध्यक्षता कर रहे जिला संरक्षक विजयपाल सिंह ने कहा कि तीन दिन पहले किसानों ने निर्दोष लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने, कृषि कार्य के लिए बाइक व अन्य वाहनों से जाते समय चालान करने आदि को लेकर मांग पत्र दिया था, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
किसान अपनी मांगों को लेकर रैली निकालते हुए थाने पहुंचे। थाने पहुंचने पर पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया। इस पर किसानों व पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। आक्रोशित किसान अपनी मांगों को लेकर थाना परिसर में बैठ गए। किसानों का कहना है कि पुलिस द्वारा उनके साथ की गई बदसलूकी से वे नाराज हैं। किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
घटनाक्रम:
- किसान रेलवे फाटक पर एकत्र हुए।
- रैली निकालकर थाने पहुंचे।
- पुलिस द्वारा रोकने पर किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
- किसान थाना परिसर में धरने पर बैठ गए।
मांगें:
किसानों की मांग है कि पुलिस उनके साथ की गई बदसलूकी के लिए माफ़ी मांगे और उनकी मांगों पर ध्यान दे।
किसानों की मांग है कि पुलिस उनके साथ की गई बदसलूकी के लिए माफ़ी मांगे और उनकी मांगों पर ध्यान दे।
यह घटना किसानों और पुलिस के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है और किसानों की समस्याओं को उजागर करती है।