बिजली के तारों पर हाथ साफ करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, बिजनौर के चांदपुर पुलिस ने तीन चोरों को रंगे हाथों दबोचा, भारी मात्रा में चोरी का माल बरामद
पूर्व संविदा कर्मी निकला गैंग का मास्टरमाइंड, विभागीय सांठगांठ का करता था फायदा; एसपी ने पुलिस टीम की पीठ थपथपाई
May 13, 2025, 21:41 IST
|

चांदपुर, बिजनौर: बिजली विभाग को लगातार चूना लगा रहे और जनता को अंधेरे में धकेल रहे बिजली के तार चोरों के एक सक्रिय गिरोह का बिजनौर की चांदपुर थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मुखबिर की सटीक सूचना पर कार्रवाई करते हुए चोरी की वारदात को अंजाम देने जा रहे तीन आरोपियों को मौके से दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से चोरी किए गए भारी मात्रा में बिजली के तार और चोरी में प्रयुक्त उपकरण व वाहन बरामद हुआ है।READ ALSO:-🏗️✨विकास को गति, व्यवस्था को धार: बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने परखा नूरपुर का 'ग्राउंड जीरो'
चांदपुर थाना पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी कि कुछ शातिर चोर बिजली के तारों को चोरी करने की फिराक में हैं और उनके पास चोरी का माल भी मौजूद है। इस जानकारी को गंभीरता से लेते हुए, थाना पुलिस ने तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया और बताए गए स्थान पर घेराबंदी की। पुलिस की मुस्तैदी रंग लाई और घेराबंदी के दौरान पुलिस ने तीन संदिग्ध युवकों को चोरी किए गए माल के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान काफी अहम है। इनमें सुरेन्द्र पुत्र तेजपाल निवासी ग्राम जसवंनपुर, थाना नजीबाबाद; अनीस पुत्र युसुफ निवासी ग्राम शाहपुर, थाना कोतवाली देहात; और शाहिद पुत्र सलीम निवासी ग्राम हीमपुर बुर्ज, थाना चांदपुर शामिल हैं।
गिरफ्तार चोरों के कब्ज़े से पुलिस ने लगभग 03 कुंतल (300 किलोग्राम) एल्युमीनियम के बिजली के तार बरामद किए हैं। इसके अतिरिक्त, तार काटने में इस्तेमाल होने वाला 01 तार कटर, बिजली के खंभों से एंगल चुराने में प्रयुक्त 02 लोहे के एंगल और चोरी की वारदातों को अंजाम देने व माल ढोने के लिए इस्तेमाल की जा रही एक मोटरसाइकिल हीरो होंडा साइन (रजिस्ट्रेशन नंबर UP20CQ-9838) भी बरामद हुई है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदातों का तरीका बताया, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया। आरोपी सुरेन्द्र ने स्वीकार किया कि वह पहले बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी के रूप में काम कर चुका है। इस दौरान उसने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली और कर्मचारियों से अपने संबंधों का फायदा उठाया। उसने बताया कि वह अपने पुराने संपर्कों का इस्तेमाल कर ऐसे स्थानों की जानकारी जुटाता था जहाँ आसानी से बिजली के तार चोरी किए जा सकें। सुरेन्द्र खुद ही मुख्य रूप से तार काटने का काम करता था, जबकि गिरफ्तार किए गए अन्य दो आरोपी अनीस और शाहिद, चोरी किए गए बिजली के तारों और अन्य सामान को ठिकाने लगाने यानि ले जाकर बेचने का काम करते थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना चांदपुर में मुकदमा अपराध संख्या 164/25 के तहत भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 303 और 317(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी सुरेन्द्र एक पेशेवर अपराधी है और उसके खिलाफ पहले से भी चोरी, मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसी विभिन्न धाराओं में कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, आरोपी अनीस का नाम भी आबकारी अधिनियम से संबंधित एक मामले में सामने आया है।
इस सफल कार्रवाई पर बिजनौर के पुलिस अधीक्षक ने चांदपुर थाना पुलिस टीम के प्रयास की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि इन अपराधियों की गिरफ्तारी से बिजली के तारों की चोरी की वारदातों पर लगाम लगेगी, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होने से होने वाली परेशानी कम होगी और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। पुलिस अधीक्षक ने टीम को उनकी मुस्तैदी और सफलता के लिए पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में बिजली तार चोरी की घटनाओं में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
