Bijnor: रेहड़ में 'मौत का साया'! घरों में घुसकर गुलदार का आतंक, महिला और युवती लहूलुहान
बेखौफ गुलदार के हमलों से गांव में दहशत, वन विभाग की पकड़ से दूर, लोग दहशत में जीने को मजबूर
May 13, 2025, 14:08 IST
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जनपद बिजनौर के थाना रेहड़ क्षेत्र में गुलदार के बढ़ते हमलों ने ग्रामीणों की रातों की नींद उड़ा दी है। ताजा घटना में, एक बेखौफ गुलदार रिहायशी इलाके में घुस आया और घरों में सो रही एक महिला और एक युवती पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और लोग अपने घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।Read also:-Bijnor: खौफनाक दस्तक! रिहायशी इलाके में चहलकदमी करते दिखे गुलदार का जोड़ा, दहशत में गांव
मिली जानकारी के अनुसार, गुलदार अचानक एक घर में घुसा और सो रही महिला पर हमला कर दिया। महिला के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर घर के अन्य सदस्य और आसपास के लोग दौड़े, जिसके बाद गुलदार ने वहां मौजूद एक युवती को भी अपना शिकार बनाने की कोशिश की। शोर-शराबा सुनकर गुलदार मौके से भाग गया, लेकिन दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
रेहड़ क्षेत्र में गुलदार के हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ समय से इस इलाके में गुलदार के हमले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश और डर व्याप्त है। लोगों का कहना है कि गुलदार दिन दहाड़े गांवों में घूमते हुए दिखाई देते हैं और अब घरों में घुसकर हमला करने लगे हैं, जिससे उनकी जान खतरे में पड़ गई है।
ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग से गुलदार को पकड़ने की गुहार लगाई है, लेकिन विभाग अभी तक इसमें नाकाम रहा है। वन विभाग की सुस्त कार्रवाई से ग्रामीणों में और भी ज्यादा नाराजगी है। उनका कहना है कि विभाग की लापरवाही के कारण ही गुलदार बेखौफ होकर घूम रहे हैं और लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
गुलदार के हमलों से परेशान ग्रामीणों ने अब प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही गुलदार को नहीं पकड़ा गया तो वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। लोगों का आरोप है कि वन विभाग केवल आश्वासन देता है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, जिसके कारण आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
इस घटना ने एक बार फिर जनपद बिजनौर में मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीर स्थिति को उजागर किया है। वन विभाग को अब जागना होगा और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाने होंगे, ताकि रेहड़ क्षेत्र के लोग भयमुक्त होकर जी सकें। फिलहाल, गांव में दहशत का माहौल है और लोग अगली अनहोनी की आशंका में जी रहे हैं।
