बिजनौर : धामपुर में सावित्रीबाई फुले जयंती महोत्सव का आयोजन, एक सराहनीय प्रयास
Dhampur :सावित्रीबाई फुले जयंती महोत्सव। अपना सम्पूर्ण जीवन महिला शिक्षा को समर्पित करने वाली सावित्रीबाई फुले की जयंती सभी ने धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी महिलाओं ने माता सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Jan 4, 2025, 13:19 IST
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बिजनौर जिला प्रभारी अनिल कुमार शर्मा खबरी लाल मीडिया। सावित्रीबाई फुले जयंती महोत्सव का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है। यह न केवल सावित्रीबाई फुले के योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि महिला सशक्तिकरण के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत है।READ ALSO:-मेरठ : UP में धर्मांतरण रोकने के लिए बड़ा कदम, क्राइम ब्रांच ऑफिस में गठित सेल स्कूल-कालेज में दिखाएगा कश्मीर फाइल्स फिल्म
स्टेट बैंक कालोनी धामपुर में सावित्रीबाई फुले महिला जागृति मिशन की संस्थापक मोनिका सैनी व नगर पालिका परिषद धामपुर की पार्षद पूनम सैनी ने कार्यक्रम को गति देने के साथ ही भागीरथ सेवा मिशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष रविशंकर सैनी की देखरेख व भावना सैनी के संयोजन व नगर पालिका परिषद पूनम सैनी के संचालन में कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए राष्ट्रीय सूर्यवंशी सैनी संगठन के संस्थापक शिवम सैनी ने अपने विचारों में कहा कि महिलाएं अपने परिवार के बेटे-बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं तथा राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें, जिससे राष्ट्र मजबूत हो सके।
इस कार्यक्रम की कुछ खास बातें:
- सावित्रीबाई फुले को श्रद्धांजलि: कार्यक्रम का आरंभ सावित्रीबाई फुले को पुष्प अर्पित करके किया गया, जो उनके प्रति सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है।
- बच्चों को गर्म कपड़े: 150 बच्चों को गर्म कपड़े वितरित करके मानवीय सेवा का भाव दिखाया गया।
- सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न: कई वक्ताओं ने सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न देने की मांग की, जो उनके योगदान को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजने का एक उचित प्रयास है।
- महिला सशक्तिकरण: कार्यक्रम में महिलाओं को शिक्षित करने और आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया, जो सावित्रीबाई फुले के आदर्शों के अनुरूप है।
- राष्ट्रीय सूर्यवंशी सैनी संगठन का योगदान: इस संगठन ने महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस कार्यक्रम से हमें क्या सीख मिलती है:
- सावित्रीबाई फुले का योगदान: सावित्रीबाई फुले ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया, वह अतुलनीय है।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को शिक्षित करके और उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर ही हम एक समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं।
- समाज सेवा: समाज सेवा का भाव हम सभी में होना चाहिए। हम सभी को कमजोर वर्गों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।