बिजनौर: विधवा और नाबालिग बेटी से सामूहिक दुष्कर्म-मतांतरण मामले में मुख्य आरोपी रिजवान गिरफ्तार

 निकाह का झांसा देकर महिला का मतांतरण और दुष्कर्म किया, फिर भाई के साथ मिलकर नाबालिग बेटी से भी की दरिंदगी; पुलिस ने सह-आरोपी इमरान को पहले ही भेजा था जेल
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बिजनौर (उत्तर प्रदेश), 25 अप्रैल: बिजनौर के शहर कोतवाली क्षेत्र में एक विधवा महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और जबरन मतांतरण के सनसनीखेज मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी रिजवान को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में शामिल दूसरे आरोपी, रिजवान के भाई इमरान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।READ ALSO:-पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में मेरठ बंद: व्यापारियों का आह्वान, स्कूल-पेट्रोल पंप भी रहेंगे बंद, शनिवार को होगा जोरदार प्रदर्शन

 

यह पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक ब्यूटी पार्लर संचालक महिला से जुड़ा है। पीड़िता महिला के अनुसार, आरोपी रिजवान ने पहले उसे निकाह का झांसा देकर अपने प्रेम जाल में फंसाया। भरोसे में लेने के बाद उसने धोखे से महिला का मतांतरण करा दिया। इसके बाद, आरोपी रिजवान लगभग तीन महीने तक महिला के साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा, जिसके परिणामस्वरूप महिला गर्भवती हो गई।

 

महिला के गर्भवती होने के बाद, आरोपी रिजवान की दरिंदगी यहीं नहीं रुकी। आरोप है कि उसने महिला की 17 वर्षीय नाबालिग बेटी को अपनी हवस का शिकार बनाने का फैसला किया। पिछले साल अगस्त में, जब पीड़िता महिला अपने ब्यूटी पार्लर पर गई हुई थी, रिजवान ने घर में अकेली नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया। मामले की गंभीरता यहीं खत्म नहीं होती। पीड़िता बेटी ने आरोप लगाया है कि इस घटना के बाद आरोपी रिजवान ने अपने छोटे भाई इमरान से भी उस नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म कराया।

 


पीड़िता मां-बेटी ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि दोनों भाई (रिजवान और इमरान) लगातार उन पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहे थे। साथ ही, उन्होंने इस पूरी घटना या मतांतरण के बारे में किसी को बताने पर मां-बेटी को जान से मारने की गंभीर धमकी भी दी थी।

 

लगातार उत्पीड़न और धमकी से परेशान होकर, नाबालिग बेटी ने आखिरकार हिम्मत जुटाई और अपनी मां को अपने साथ हुई सारी दरिंदगी के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद मां-बेटी ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया। बीती 17 अप्रैल को दोनों ने शहर कोतवाली में पहुंचकर आरोपी रिजवान और उसके भाई इमरान के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने मां-बेटी की गंभीर तहरीर के आधार पर दोनों भाइयों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप), नाबालिग से दुष्कर्म के लिए पॉक्सो एक्ट (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम (जबरन मतांतरण विरोधी कानून) सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।

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मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल आरोपी इमरान को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं, मुख्य आरोपी रिजवान फरार चल रहा था। पुलिस उसकी तलाश में लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। आखिरकार, शुक्रवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी रिजवान को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी रिजवान का चालान कर उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने इस जघन्य मामले के दोनों आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। पुलिस मामले में आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है।
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