बिजनौर: राणा सांगा पर सपा सांसद की टिप्पणी से भड़के राजपूत संगठन, कलेक्ट्रेट पर किया जोरदार प्रदर्शन
रामजीलाल सुमन की संसद सदस्यता रद्द करने और कानूनी कार्रवाई की मांग, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
Mar 29, 2025, 15:11 IST
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बिजनौर: बिजनौर में समाजवादी पार्टी (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा महान राजपूत योद्धा राणा सांगा पर हाल ही में की गई एक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को विभिन्न हिंदूवादी और राजपूत संगठनों ने एकजुट होकर कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में बजरंग दल, युवा शक्ति, स्वर्ण आर्मी, करणी सेना, किसान मजदूर संगठन, राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और क्षत्रिय सभा जैसे प्रमुख संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।READ ALSO:-मेरठ: सौरभ हत्याकांड पर सोशल मीडिया में असंवेदनशील मीम्स, परिवार दुखी, भाजपा नेता ने जताई कड़ी आपत्ति
प्रदर्शनकारी सुबह से ही कलेक्ट्रेट परिसर में जुटने लगे थे और उन्होंने सपा सांसद रामजीलाल सुमन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर और पोस्टर ले रखे थे, जिन पर सांसद के खिलाफ नारे लिखे हुए थे। उन्होंने राणा सांगा को हिंदू गौरव और वीरता का प्रतीक बताते हुए उनकी टिप्पणी को अपमानजनक बताया।
प्रदर्शन के दौरान विभिन्न संगठनों के नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि राज्यसभा में एक जिम्मेदार पद पर बैठे सपा सांसद द्वारा महाराणा संग्राम सिंह (राणा सांगा) जैसे महान योद्धा पर की गई टिप्पणी न केवल राजपूत समाज बल्कि पूरे सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के लिए गहरी पीड़ा और आक्रोश का कारण है। उन्होंने कहा कि राणा सांगा एक ऐसे महान राजा थे जिन्होंने अपने समय में विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ भारतीय राजाओं को एकजुट करने का महत्वपूर्ण कार्य किया और कई युद्धों में अपनी वीरता का लोहा मनवाया। उन्हें हिंदू चेतना के नायक और अपराजेय साहस के प्रतीक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने विरोध स्वरूप राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन के अधिकारियों को सौंपा। इस ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राज्यसभा में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए उनकी संसद सदस्यता को तत्काल रद्द किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने सांसद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी मांग की ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार से राष्ट्रीय नायकों का अपमान करने की हिम्मत न कर सके।
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से देवेंद्र कुमार, सुनील कुमार चौहान, जितेंद्र सिंह, सुनील राजपूत, गीता राजपूत, विपिन कुमार, सचिन शर्मा, सतीश शर्मा और अंशुल शर्मा आदि शामिल थे। सभी ने एक स्वर में रामजीलाल सुमन की टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन कार्यकर्ताओं में सांसद की टिप्पणी को लेकर गहरा रोष देखा गया। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन उचित माध्यम से राष्ट्रपति तक पहुंचा दिया जाएगा।
