बिजनौर: शेरकोट में विद्युत विभाग की लापरवाही से लाइनमैन की मौत: खंभे पर काम करते वक्त बिना सूचना चालू की सप्लाई, शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन
शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन, पत्नी को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजे की मांग; 15 दिन का बेटा भी हुआ अनाथ
Apr 15, 2025, 18:38 IST
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शेरकोट (बिजनौर): शेरकोट थाना क्षेत्र में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के चलते एक लाइनमैन की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना सोमवार शाम करीब 6 बजे हरेवली-परमावाला रोड पर हुई, जब लाइनमैन कोमल (35 वर्ष) बिजली के खंभे पर काम कर रहे थे। कोमल बढ़ापुर के गांव इनायतपुर के निवासी थे और हरेवली बिजली घर पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत थे।Read also:-बिजनौर के नगीना में दर्दनाक सड़क हादसा: हरिद्वार से लौट रहे किच्छा बैंक मैनेजर सुशील कुमार की बाइक की टक्कर से मौत
परिजनों के अनुसार, कोमल ने बिजली घर से सप्लाई बंद कराने के बाद ही खंभे पर चढ़कर विद्युत कार्य शुरू किया था। लेकिन, दुर्भाग्यवश, बिजली घर के कर्मचारियों ने बिना कोमल को सूचित किए अचानक बिजली की सप्लाई चालू कर दी। इसके कारण कोमल को जोरदार करंट लगा और वह खंभे से नीचे गिर पड़े।
बिजनौर के शेरकोट के हरेवली बिजली घर में विद्युत विभाग की लापरवाही एक लाइनमैन की जान पर भारी पड़ गई। कार्य के दौरान सप्लाई चालू हो जाने से 35 वर्षीय लाइनमैन को करंट लग गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।परिवार ने सुबह शव के साथ बिजली घर पर प्रदर्शन कर मुआवजे और नौकरी की मांग की। pic.twitter.com/jkfa6TjkQ3
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) April 15, 2025
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत कोमल को धामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, वहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मुरादाबाद रेफर कर दिया गया। मुरादाबाद के डॉक्टरों ने जांच के बाद कोमल को मृत घोषित कर दिया, जिससे उनके परिवार में कोहराम मच गया।
मंगलवार सुबह मृतक कोमल का शव जब उनके गांव पहुंचा तो परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। वे शव को लेकर सीधे हरेवली बिजली घर पहुंचे और वहां जमकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने विद्युत विभाग के लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने मृतक की पत्नी ज्योति को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी रखी।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। मौके पर एसडीएम रीतू रानी, एसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छाल और अन्य अधिकारी पहुंचे और परिजनों को शांत करने का प्रयास किया। एसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छाल ने मीडिया को बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही का नतीजा लगती है और इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उपजिलाधिकारी रीतू रानी ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मृतक कोमल के बच्चों को हर तीन महीने में 24 हजार रुपये की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की जाएगी। कोमल अपने पीछे पत्नी ज्योति, दो बेटियां और दो बेटे छोड़ गए हैं, जिनमें से एक बेटा अभी मात्र 15 दिन का ही है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी। फिलहाल, इस दुखद घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है और लोग विद्युत विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। परिजनों और ग्रामीणों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विद्युत विभाग को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना चाहिए और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करना चाहिए।
