बिजनौर: नहटौर में दहेज के लिए नवविवाहिता की जहर देकर हत्या का आरोप, पति और ससुर गिरफ्तार, सास-जेठ फरार
शादी के कुछ ही महीनों बाद दहेज की मांग को लेकर हुई हत्या, मृतका के भाई की शिकायत पर चार के खिलाफ केस दर्ज, दो आरोपी फरार
Apr 20, 2025, 12:22 IST
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बिजनौर: जिले के नहटौर थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर देवीदास गांव में दहेज की मांग पूरी न होने पर एक नवविवाहिता की कथित तौर पर हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मायके वालों का आरोप है कि ससुराल वालों ने पहले विवाहिता के साथ मारपीट की और फिर उसे जहर दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतका के पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सास और जेठ फरार बताए जा रहे हैं।READ ALSO:-सोशल मीडिया पर 'लाइक' करना अपराध नहीं, 'शेयर' करना कानूनन गलत: इलाहाबाद हाईकोर्ट का अहम फैसला
जानकारी के अनुसार, मृतका की पहचान काजल (उम्र लगभग 22 वर्ष) के रूप में हुई है। काजल की शादी बीते साल 18 नवंबर 2023 को मुजफ्फरपुर देवीदास गांव निवासी सचिन पुत्र भीष्म के साथ हुई थी। मृतका के भाई आशेन्द्र ने पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया है कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर काजल को प्रताड़ित कर रहे थे।
आरोप के मुताबिक, गुरुवार को ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर काजल के साथ बेरहमी से मारपीट की। इसके बाद उसे कथित तौर पर जहर दे दिया गया, जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ गई और बाद में उसकी मौत हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आशेन्द्र की तहरीर के आधार पर पति सचिन, ससुर भीष्म, सास रेखा देवी और जेठ रोबिन के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
नहटौर के थाना प्रभारी धीरज नागर ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति सचिन और ससुर भीष्म को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मामले में नामजद आरोपी सास रेखा देवी और जेठ रोबिन फिलहाल फरार हैं। पुलिस की टीमें गठित कर फरार आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले में अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।
समाज के लिए संदेश:
इस घटना ने एक बार फिर समाज के सामने दहेज प्रथा की कड़वी हकीकत को उजागर किया है। शादी के महज़ कुछ महीनों में ही एक युवती की ज़िंदगी छीन लेना न केवल क़ानूनी अपराध है, बल्कि सामाजिक और नैतिक पतन का भी दर्पण है।
