बिजनौर: जूता चुराई में 50 हजार की मांग पर दूल्हे को भिखारी कहा, शादी टूटी, बारातियों को बंधक बनाकर पीटा
बिजनौर में जूता चुराई की रस्म ने ली बवाल की शक्ल, बारात लौटी बिना दुल्हन, साढ़े 6 लाख में हुआ समझौता
Updated: Apr 7, 2025, 16:18 IST
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बिजनौर के गढ़मलपुर गांव में एक शादी जूता चुराई की रस्म के दौरान कम पैसे देने पर टूट गई। दुल्हन की साली ने दूल्हे से जूते वापस करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर दी, जबकि दूल्हे ने केवल 5 हजार रुपये दिए। इस बात पर दुल्हन पक्ष की महिलाओं ने दूल्हे को भिखारी कह दिया, जिसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि घरातियों ने बारातियों को बंधक बनाकर उनकी पिटाई कर दी।READ ALSO:-बिजनौर: गौसेवा बजरंग दल के जिला संयोजक की गला रेतकर हत्या, घर में मिला शव, सौतेले भाई पर शक
यह घटना गढ़मलपुर गांव में हुई, जहाँ खुर्शीद की बेटी का विवाह देहरादून के चकरौता निवासी निसार अहमद के बेटे मोहम्मद साबिर से तय हुआ था। शनिवार को धूमधाम से बारात आई और निकाह की रस्में भी शांतिपूर्वक संपन्न हो रही थीं। लेकिन रस्मों के बीच जब जूता चुराई की बारी आई, तो माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया।
दुल्हन की साली ने रस्म के अनुसार दूल्हे साबिर के जूते चुरा लिए और उन्हें लौटाने के बदले 50 हजार रुपये की मांग रखी। दूल्हे ने अपनी जेब से केवल 5 हजार रुपये निकाले और साली को दिए। इस पर साली और अन्य महिलाओं ने दूल्हे को भिखारी कहकर अपमानित किया, जिससे दूल्हा नाराज हो गया। उसने आगे की रस्में करने से इनकार कर दिया और दुल्हन को अपने साथ ले जाने से भी मना कर दिया।
बातचीत से मामला शांत नहीं हुआ, तो दुल्हन के घरवालों ने गांव के लोगों को इकट्ठा करके बारात को बंधक बना लिया। दूल्हे के पिता, दादा, भाई और जीजा सहित सभी बारातियों को बंधक बनाकर पीटा गया। इसी बीच किसी ने यूपी पुलिस की डायल 100 पर फोन कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और दोनों पक्षों को नजीबाबाद थाने ले गई, जहाँ काफी देर तक पंचायत चली।
दुल्हन पक्ष का आरोप है कि जब साली ने पैसे मांगे तो दूल्हे के परिवार ने ताना मारते हुए कहा कि उन्होंने दहेज में जो सोना दिया है, वह नकली और हल्का है और पहनते ही टूट जाएगा। इस पर दुल्हन के भाई ने कहा कि उन्हें सोने से प्यार है या उनकी बहन से, तो जवाब मिला कि उन्हें पैसे से प्यार है। दुल्हन पक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि दूल्हे ने दहेज में स्विफ्ट कार की मांग की थी और उन्हें दो लाख रुपये का चेक भी दिया गया था, लेकिन फिर भी दूल्हा पक्ष के लोगों ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।
दूल्हे साबिर ने पुलिस को बताया कि उसने साली की 50 हजार रुपये की मांग पर 5 हजार रुपये दिए थे, जिसके बाद बहस शुरू हो गई और उन्हें एक कमरे में बंद करके मारा गया। उसने यह भी आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लड़कों को बुलाकर उनके साथ मारपीट की गई। वहीं, दुल्हन के भाई ने बताया कि निकाह हो चुका था, लेकिन जूता चुराई की रस्म में 50 हजार रुपये मांगे गए थे। उन्होंने पहले 500 रुपये और फिर 5000 रुपये दिए, लेकिन दूल्हे के भाई ने गहना उन पर फेंक दिया और धमकी दी।
दूल्हे के करीबियों ने बताया कि लगभग 24 घंटे की मशक्कत के बाद दोनों पक्षों के बीच साढ़े छह लाख रुपये पर समझौता हो गया। समझौते के तहत दूल्हे ने दुल्हन को तलाक दे दिया और बारात बिना दुल्हन के ही वापस लौट गई। इस घटना ने पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना दिया है।
