Bijnor: खौफनाक दस्तक! रिहायशी इलाके में चहलकदमी करते दिखे गुलदार का जोड़ा, दहशत में गांव
CCTV में कैद हुई खतरनाक जोड़ी, जनपद में मचा हड़कंप, दर्जनों की ले चुकी है जान
Updated: May 13, 2025, 13:56 IST
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उत्तर प्रदेश के मंडावर थाना क्षेत्र के गांव रतनपुर रियाया में उस वक्त दहशत फैल गई, जब रिहायशी इलाके में गुलदार का एक जोड़ा चहलकदमी करता हुआ दिखाई दिया। यह खौफनाक मंजर पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसने पूरे गांव में डर का माहौल पैदा कर दिया है।READ ALSO:-बिजनौर: हाथ उठाने की 'सज़ा-ए-मौत'! चाचा ने उतारा भतीजे को मौत के घाट, नहर में फेंका शव, बाप-बेटे समेत चार हत्यारे गिरफ्तार, मुठभेड़ में दोनों के पैर में लगी गोली
बताया जा रहा है कि गुलदार का यह जोड़ा देर रात गांव की गलियों में घूमता हुआ दिखाई दिया। कैमरे में कैद तस्वीरों में दोनों गुलदार आराम से टहलते हुए नजर आ रहे हैं, मानो उन्हें किसी का डर ही न हो। इस घटना के बाद से गांव के लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं और बच्चों को बाहर खेलने भेजने से भी डर रहे हैं।
@Shakeel57767846 उत्तर प्रदेश के मंडावर थाना क्षेत्र के गांव रतनपुर रियाया में उस वक्त दहशत फैल गई, जब रिहायशी इलाके में गुलदार का एक जोड़ा चहलकदमी करता हुआ दिखाई दिया। यह खौफनाक मंजर पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसने पूरे गांव में डर का माहौल पैदा कर दिया है। pic.twitter.com/ZiBel961aW
— MK Vashisth (@vadhisth) May 13, 2025
यह घटना इसलिए भी ज्यादा चिंताजनक है क्योंकि इस जनपद में पहले भी गुलदार के हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बीते कुछ समय में गुलदार दर्जनों लोगों की जान ले चुका है, जिससे इलाके के लोगों में पहले से ही भय व्याप्त है। अब गुलदार के जोड़े का रिहायशी इलाके में दिखाई देना लोगों के डर को और बढ़ा रहा है।
ग्रामीणों ने इस घटना की सूचना तुरंत मंडावर थाने की पुलिस और वन विभाग को दी है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गुलदार के पगमार्क के आधार पर उनकी तलाश शुरू कर दी है। वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है और रात के समय अकेले बाहर न निकलने की अपील की है।
गांव के लोगों का कहना है कि गुलदार अक्सर जंगल से भटककर गांव की तरफ आ जाते हैं, जिससे जान-माल का खतरा बना रहता है। उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि जल्द से जल्द इन गुलदारों को पकड़ा जाए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए, ताकि गांव के लोग चैन की सांस ले सकें।
इस घटना ने एक बार फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। रिहायशी इलाकों में वन्यजीवों की घुसपैठ की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को भविष्य में टाला जा सके। फिलहाल, रतनपुर रियाया गांव में दहशत का माहौल है और लोग अपने घरों में कैद होकर गुलदारों के पकड़े जाने का इंतजार कर रहे हैं।
