बिजनौर : कांस्टेबल ने खुद को मारी गोली, सिर फटा, मुरादाबाद में IG PAC के आवास पर था तैनात, सहकर्मियों ने कहा-हंसमुख स्वभाव का था शिवम

मुरादाबाद में एक सिपाही द्वारा अपनी लाइसेंसी राइफल से आत्महत्या करने की खबर वास्तव में हृदयविदारक है। इस घटना से कई सवाल उठते हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए:
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मुरादाबाद में एक सिपाही ने अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उसका सिर फट गया। चारों तरफ खून फैला हुआ था। आत्महत्या करने वाला सिपाही शिवम कुमार आईजी पीएसी के आवास पर संतरी ड्यूटी पर तैनात था। सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे शिवम ने बंदूक सिर से सटाकर खुद को गोली मार ली। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए नहीं लगाने होंगे चक्कर, मना किया तो अस्पताल पर होगी कार्रवाई, SDM के आदेश की जरूरत नहीं

 

गोली की आवाज सुनते ही बाकी स्टाफ तुरंत हरकत में आ गया। अधिकारी मौके पर पहुंचे तो शिवम का शव खून से लथपथ पड़ा था। सहकर्मियों का कहना है कि शिवम खुशमिजाज स्वभाव का था। वह हंसी-मजाक करता रहता था। कभी ऐसा नहीं लगा कि वह आत्महत्या कर लेगा। परिजनों को सूचना दे दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 

 

फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए इंस्पेक्टर सिविल लाइंस मनीष सक्सेना ने बताया, सिपाही शिवम के सिर में सर्विस राइफल से गोली मारी गई थी। जिससे उसका सिर टुकड़ों में बिखर गया। पुलिस अभी इस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है कि सिपाही शिवम ने खुद को गोली मारी या अचानक ट्रिगर चलने से हादसा हुआ। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। पूरी जांच और फोरेंसिक जांच के बाद ही कांस्टेबल का शव मौके से उठाया जाएगा।

 


2019 में मिली थी नौकरी
शुरुआती जांच में पता चला है कि कांस्टेबल शिवम मूल रूप से बिजनौर जिले का रहने वाला था। वह 2019 बैच का कांस्टेबल था। पुलिस ने मौके पर पूछताछ की तो साथियों ने बताया कि शिवम काफी हंसमुख स्वभाव का था। उसकी अभी शादी भी नहीं हुई थी। वह अक्सर साथियों से मजाक करता रहता था। शिवम के आत्महत्या करने की कोई वजह अभी सामने नहीं आई है।

 

IPS आशुतोष के पास आईजी पीएसी का चार्ज
पीएसी के पश्चिमी जोन के आईजी का मुरादाबाद में कार्यालय और आवास है। लेकिन यहां लंबे समय से कोई अधिकारी तैनात नहीं है। ऐसे में पीएसी मुख्यालय में तैनात आईपीएस आशुतोष कुमार के पास आईजी पीएसी पश्चिमी जोन का चार्ज भी है।

 

मुरादाबाद में 24वीं बटालियन पीएसी के कमांडेंट अमित कुमार यहां पीएसी की अन्य सभी बटालियनों का रूटीन काम देखते हैं। आईजी पीएसी की अनुपस्थिति के कारण उनके आवास का उपयोग गेस्ट हाउस के रूप में किया जा रहा था, लेकिन यहां नियमित रूप से एक गार्ड और एक संतरी तैनात रहते हैं।

 

  • आत्महत्या का कारण: पुलिस को इस बात की गहन जांच करनी चाहिए कि सिपाही शिवम कुमार ने आत्महत्या क्यों की। उनके साथियों के अनुसार, वह खुशमिजाज स्वभाव के थे, तो अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने यह कदम उठाया?
  • मानसिक स्वास्थ्य: क्या शिवम किसी मानसिक तनाव से गुजर रहे थे? क्या उन्हें किसी तरह की सहायता की आवश्यकता थी? पुलिस विभाग को अपने कर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करनी चाहिए।
  • जांच प्रक्रिया: पुलिस को फोरेंसिक टीम की मदद से इस घटना की निष्पक्ष और गहन जांच करनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि सभी पहलुओं की जांच हो और किसी भी संभावित कारण को नजरअंदाज न किया जाए।
  • विभाग का दायित्व: पुलिस विभाग को अपने कर्मियों के कल्याण के लिए और अधिक प्रयास करने चाहिए। उन्हें तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान करनी चाहिए।

 

यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि पुलिस कर्मियों को भी मानसिक और भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमें उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करनी चाहिए।
SONU

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