Bijnor : आरएसएम पीजी कॉलेज धामपुर में पुस्तक मेला हुआ आयोजित
पुस्तक मेले का उद्घाटन रितु रानी, उप जिलाधिकारी धामपुर और महाविद्यालय की मार्गदर्शक भक्ति रानी राठौर जी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश चौहान, सचिव एसके राजपूत, मीडिया प्रभारी डॉक्टर भारती चौहान, सह मीडिया प्रभारी डॉक्टर विनय दुआ और समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Updated: Oct 25, 2024, 15:13 IST
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खबरीलाल मीडिया संवाददाता अनिल कुमार शर्मा-जनपद बिजनौर-धामपुर, 25 अक्टूबर 2024: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सौजन्य से, आरएसएम पीजी कॉलेज धामपुर के परिसर में भव्य पुस्तक मेले का आयोजन किया गया। रुहेलखंड विश्वविद्यालय का यह एकमात्र निजी कृषि महाविद्यालय, 1958 में महारानी फूल कुमारी जी के परिवार द्वारा स्थापित किया गया था, आज शिक्षा के क्षेत्र में नए मुकाम हासिल कर रहा है।Read also:-उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, उद्योगपतियों और बेरोजगारों को बैंकों ने कम लोन दिया तो जिलाधिकारी और मंडल आयुक्त होंगे जिम्मेदार
पुस्तक मेले का उद्घाटन रितु रानी, उप जिलाधिकारी धामपुर और महाविद्यालय की मार्गदर्शक भक्ति रानी राठौर जी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश चौहान, सचिव एसके राजपूत, मीडिया प्रभारी डॉक्टर भारती चौहान, सह मीडिया प्रभारी डॉक्टर विनय दुआ और समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इस पुस्तक मेले का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना और उन्हें ज्ञान के सागर से जोड़ना है। पुस्तकें मनुष्य का सबसे अच्छा मित्र होती हैं और ये हमें नए विचारों से परिचित कराती हैं।
उद्घाटन भाषण में रितु रानी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुस्तकें हमारी सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अधिक से अधिक किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर राजेश चौहान ने बताया कि इस पुस्तक मेले का आयोजन विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए किया गया है। उन्होंने कहा कि किताबें हमारे जीवन को समृद्ध बनाती हैं और हमें सफल व्यक्ति बनने में मदद करती हैं।
महाविद्यालय के सभी स्टाफ और विद्यार्थियों के अथक प्रयासों से यह पुस्तक मेला बहुत ही सफल रहा। विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में इस मेले में भाग लिया और विभिन्न विषयों पर आधारित किताबें खरीदीं।
