बिजनौर: भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) का सीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन, झोलाछाप डॉक्टरों से उगाही के मामले में कार्रवाई की मांग

 भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) ने सीएमओ को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई न होने पर दिया था धरने का अल्टीमेटम
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बिजनौर में झोलाछाप डॉक्टरों से कथित उगाही के मामले में भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। संगठन ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की थी, जिसके परिणामस्वरूप सीएमओ ने नजीबाबाद के नोडल अधिकारी डॉ. आर.पी. विश्वकर्मा को उनके पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।READ ALSO:-बिजनौर: बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों का हमला, मारपीट का वीडियो वायरल

 

भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) ने बिजनौर जनपद में झोलाछाप डॉक्टरों से अवैध वसूली के आरोपों को लेकर सीएमओ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। संगठन ने पहले भी इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें नजीबाबाद के नोडल अधिकारी डॉ. आर.पी. विश्वकर्मा पर अपने वाहन चालक के माध्यम से अवैध वसूली करने का आरोप लगाया गया था।

 


यूनियन ने सीएमओ को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सौंपी थी, जिसके आधार पर वाहन चालक को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, मुख्य आरोपी डॉ. आर.पी. विश्वकर्मा के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से संगठन में नाराजगी थी। इसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) ने 5 मार्च को फिर से ज्ञापन दिया और 20 मार्च को सीएमओ कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया।

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धरने के बाद आखिरकार सीएमओ ने आदेश जारी करते हुए डॉ. आर.पी. विश्वकर्मा को जिला नोडल क्वैक्स और उनके आवंटित कार्यक्षेत्र से हटा दिया। इस कार्रवाई के बाद भारतीय किसान यूनियन (प्रधान) ने अपना धरना समाप्त कर दिया। हालांकि, संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में भ्रष्टाचार का कोई भी मामला सामने आता है, तो वे एक बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
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