बिजनौर : अंबेडकर प्रतिमा विवाद, विवादित जमीन पर बिना अनुमति स्थापित की गई प्रतिमा, सैकड़ों लोग धरने पर बैठे
बिजनौर के मंडावर थाना क्षेत्र के गांव बहादुरपुर जट में विवादित स्थिति पैदा हो गई है। ग्राम समाज की भूमि पर बिना अनुमति के डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई है।
Updated: Feb 24, 2025, 13:05 IST
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बिजनौर के मंडावर थाना क्षेत्र के गांव बहादुरपुर जट में ग्राम समाज की भूमि पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद हो गया है। यहां की भूमि चकबंदी में भीमराव अंबेडकर के नाम स्वीकृत हुई थी। एक सप्ताह पहले कुछ लोगों ने यहां बिना अनुमति के प्रतिमा स्थापित कर दी थी। ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने प्रतिमा हटाने के निर्देश दिए, जिस पर वंचित समाज के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। वे प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए।READ ALSO:-बिजनौर : कार डिवाइडर से टकराई, माता-पिता संग एकलौते बेटे की दर्दनाक मौत, पुत्रवधू गंभीर, खाटूश्याम दर्शन करने जा रहे थे; 3 फरवरी को हुई थी शादी
यह भूमि विवादित है और इस मामले पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई, लेकिन लोग प्रतिमा हटाने को तैयार नहीं हुए।
इस घटना के बारे में कुछ और जानकारी इस प्रकार है:
- विवाद का कारण: ग्राम समाज की भूमि पर बिना अनुमति के प्रतिमा स्थापित करना।
- प्रशासन की कार्रवाई: प्रशासन ने प्रतिमा हटाने के निर्देश दिए हैं।
- विरोध: वंचित समाज के लोगों ने प्रतिमा हटाने का विरोध किया है।
- कोर्ट केस: यह भूमि विवादित है और इस पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

रविवार को एसडीएम अवनीश त्यागी और सीओ सिटी संग्राम सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना अनुमति स्थापित की गई प्रतिमा को हटाने के निर्देश दिए। इस पर वंचित समाज के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। सैकड़ों महिलाएं और पुरुष प्रतिमा के पास दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए।
कोर्ट में चल रहा है केस
थाना प्रभारी मृदुल कुमार सिंह के अनुसार यह भूमि विवादित है। इस मामले पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। दोपहर से देर शाम तक प्रशासन और ग्रामीणों के बीच वार्ता चलती रही। प्रशासन ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग प्रतिमा हटाने को तैयार नहीं हुए।
थाना प्रभारी मृदुल कुमार सिंह के अनुसार यह भूमि विवादित है। इस मामले पर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। दोपहर से देर शाम तक प्रशासन और ग्रामीणों के बीच वार्ता चलती रही। प्रशासन ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग प्रतिमा हटाने को तैयार नहीं हुए।