बिजनौर: देश की सेवा करने वाला फौजी अपनों के हाथों मारा गया, वजह सिर्फ... खेत का पानी!
हल्दौर के सुमालखेड़ी गांव में साझे के नलकूप पर हुआ था खूनी विवाद; 52 वर्षीय यशपाल सिंह को लाठी-डंडों से पीटा गया, इलाज के दौरान मौत; केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी
Apr 29, 2025, 14:13 IST
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बिजनौर: देश की सीमाओं की रक्षा कर सकुशल लौटे एक सेवानिवृत्त फौजी को अपने ही गांव में, अपने ही तहेरे भाई और भतीजों के हाथों जान गंवानी पड़ी। यह दुखद घटना बिजनौर जिले के हल्दौर थाना क्षेत्र के गांव सुमालखेड़ी में हुई, जहाँ खेत में पानी चलाने जैसे मामूली विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया।READ ALSO:-देश गमगीन, Pakistan बेनकाब: “ये हमला नहीं, तालिबानी हमला है”, मेरठ में साध्वी निरंजन ज्योति ने की पहलगाम हमले की कड़ी निंदा
मृतक की पहचान 52 वर्षीय यशपाल सिंह के रूप में हुई है। यशपाल सिंह सेना से रिटायर होने के बाद बिजनौर शहर की एक कॉलोनी में अपना जीवन यापन कर रहे थे। हालांकि, गांव सुमालखेड़ी में उनकी पुश्तैनी खेती की ज़मीन है। इसी ज़मीन पर उनके तहेरे भाई के साथ एक साझे का नलकूप (ट्यूबवेल) भी है, जिसका उपयोग दोनों परिवार अपनी फसलों की सिंचाई के लिए करते थे।
बताया जा रहा है कि सोमवार को यशपाल सिंह अपनी पत्नी अंजू के साथ गांव आए थे। दोपहर के समय, जब वे अपने खेत पर नलकूप से पानी चला रहे थे, तभी उनका साझेदार तहेरा भाई और उसके भतीजों से पानी के इस्तेमाल को लेकर विवाद हो गया। शुरुआत में कहासुनी से शुरू हुआ यह विवाद देखते ही देखते गरमा गया और हिंसक झड़प में बदल गया।
विवाद इतना बढ़ा कि तहेरे भाई और भतीजों ने मिलकर पूर्व फौजी यशपाल सिंह पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। उन्होंने यशपाल सिंह को बेरहमी से पीटा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर ज़मीन पर गिर पड़े।
हमले के बाद यशपाल सिंह को आनन-फानन में बिजनौर के विवेक अस्पताल ले जाया गया। उनकी चोटें बेहद गंभीर थीं। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद यशपाल सिंह की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए तुरंत ऋषिकेश हायर सेंटर रेफर कर दिया, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। दुखद रूप से, बिजनौर से ऋषिकेश ले जाते समय रास्ते में ही यशपाल सिंह ने दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस दल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने यशपाल सिंह के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक के परिजनों ने इस मामले में तहेरे भाई और भतीजों के खिलाफ हत्या की नामजद तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि जिस दिन सुमालखेड़ी में यह दुखद घटना हुई, उसी दिन बिजनौर जिले के कीरतपुर थाना क्षेत्र में भी हत्या की एक अन्य वारदात सामने आई। वहाँ एक अज्ञात युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस इन दोनों मामलों की गहराई से छानबीन कर रही है।
