बिजनौर : धामपुर के नगीना चौराहे पर रोडवेज बस चालक और दुकानदार के बीच मारपीट, वीडियो वायरल
मामूली कहासुनी के बाद हाथापाई, राहगीर ने बनाया वीडियो, दोनों पक्षों में समझौता, पुलिस को शिकायत नहीं मिली।
Mar 17, 2025, 11:50 IST
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बिजनौर जिला प्रभारी अनिल कुमार शर्मा खबरी लाल मीडिया।धामपुर: उत्तर प्रदेश के धामपुर स्थित नगीना चौराहे पर सोमवार को एक अप्रिय घटना सामने आई, जहां एक रोडवेज बस के चालक और एक स्थानीय दुकानदार के बीच मामूली कहासुनी देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। इस घटना का वीडियो, जो किसी राहगीर द्वारा अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया गया, अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।READ ALSO:-बिजनौर: नजीबाबाद पुलिस ने मारपीट के तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार, हथियार बरामद
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नगीना चौराहे पर किसी बात को लेकर धामपुर डिपो की एक अनुबंधित रोडवेज बस के चालक और एक दुकानदार के बीच बहस शुरू हो गई। यह बहस धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि दोनों अपना आपा खो बैठे और एक-दूसरे के साथ मारपीट करने लगे। वीडियो में दोनों को एक-दूसरे पर हाथ उठाते और धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है। चौराहे पर मौजूद अन्य लोगों ने भी इस झगड़े को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन शुरुआत में उन्हें सफलता नहीं मिली।
इस घटना की जानकारी जब धामपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (ARM) पीएम पथरिया को मिली, तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए बस के स्वामी को मौके पर भेजा। इसके बाद, दोनों पक्षों को डिपो पर बुलाया गया, जहां उनकी आपस में बातचीत कराई गई। एआरएम पीएम पथरिया ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से समझौता हो गया है, जिसके बाद मामले को आगे नहीं बढ़ाया गया।
वहीं, इस घटना के संबंध में जब धामपुर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) सर्वम सिंह से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस मामले में अभी तक कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर (लिखित शिकायत) मिलती है, तो पुलिस निश्चित रूप से नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि जिस बस के चालक और दुकानदार के बीच यह विवाद हुआ, वह धामपुर डिपो की एक अनुबंधित रोडवेज बस है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग सार्वजनिक स्थान पर इस तरह के व्यवहार की निंदा कर रहे हैं, तो कुछ लोग दोनों पक्षों की गलती बता रहे हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर पुलिस को कोई शिकायत न मिलने और दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने के कारण, इस मामले में आगे कोई कानूनी कार्रवाई होने की संभावना कम है।