बिजनौर: बंद पड़ी कताई मिल में लगी भीषण आग, कई दमकल वाहनों की मदद से पाया गया काबू
कर्मचारी की लापरवाही से सूखे पत्तों में लगी चिंगारी बनी विकराल, कई दमकलों की मदद से आग पर पाया गया काबू
Apr 25, 2025, 22:59 IST
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बिजनौर: जिले के थाना नगीना क्षेत्र में स्थित एक बंद पड़ी कताई मिल परिसर में शुक्रवार को भीषण आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि आग की शुरुआत मिल परिसर में मौजूद सूखे पत्तों में लगाई गई चिंगारी से हुई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया।READ ALSO:-मेरठ जोन से पाकिस्तान से आए 150 से अधिक नागरिक वापस भेजे गए, एडीजी बोले—अब यहां रहना अवैध माना जाएगा
जानकारी के अनुसार, कताई मिल काफी समय से बंद पड़ी है। मिल परिसर में बड़ी मात्रा में सूखे पत्ते और झाड़ियाँ जमा थीं। एक कर्मचारी ने कथित तौर पर इन सूखे पत्तों में आग लगा दी। शुरुआत में यह एक छोटी आग लग रही थी, लेकिन तेज़ हवा और ज्वलनशील सूखे मटेरियल के कारण आग तेज़ी से फैल गई और नियंत्रण से बाहर हो गई।
@Shakeel57767846 बिजनौर जिले के थाना नगीना क्षेत्र में स्थित वर्षों से बंद पड़ी कताई मिल में गुरुवार को अचानक भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि मिल परिसर में कार्यरत एक कर्मचारी द्वारा सूखे पत्तों में आग लगाई गई थी, जो देखते ही देखते फैलती चली गई और विकराल रूप धारण कर लिया। pic.twitter.com/4qSvdYFWIb
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) April 25, 2025
आग की लपटें और धुआँ दूर से ही दिखाई दे रहा था, जिसकी सूचना तत्काल स्थानीय लोगों द्वारा अग्निशमन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की कई गाड़ियाँ मौके के लिए रवाना हुईं।
दमकल कर्मी तत्काल आग बुझाने के काम में जुट गए। आग इतनी भीषण थी कि इसे नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया।
गनीमत रही कि मिल बंद होने के कारण परिसर में ज़्यादा लोग मौजूद नहीं थे और कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि, आग से मिल परिसर में रखे कुछ सामान या स्ट्रक्चर को नुकसान पहुँचने की आशंका है।
थाना नगीना पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जाँच की जा रही है कि किन परिस्थितियों में कर्मचारी ने सूखे पत्तों में आग लगाई और क्या इसमें किसी तरह की लापरवाही शामिल थी। यह घटना बंद पड़े औद्योगिक परिसरों में सुरक्षा उपायों की कमी और लापरवाही के बड़े खतरे को उजागर करती है।
